पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत को अगर सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल की उम्मीद किसी से है तो वो हैं सुमित अंतिल। सुमिन ने भारत को टोक्यो में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा था। बता दें कि, टोक्यो में भारत को जैवलिन में दो गोल्ड मेडल मिले थे। जहां ओलंपिक 2020 में नीरज चोपड़ा ने जैवलिन में गोल्ड मेडल जीता था। उसके ठीक बाद पैरालंपिक गेम्स में सुमित ने भी गोल्ड पर निशाना साधा था।
हालांकि, पेरिस ओलंपिक में नीरज अपने गोल्ड को बचा पाने में सफल नहीं रहे। उनको पेरिस में सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। लेकिन सुमित के पास लगातार दूसरी बार गोल्ड मेडल जीतने का सुनहरा मौका है।
हाल ही में एक इंटरव्यू में सुमित ने कहा था कि मेरा टारगेट जैवलिन को 80 मीटर दूर फेंकने का है। लेकिन मैं पेरिस पैरालंपिक में 75 मीटर दूर थ्रो फेंक कर गोल्ड मेडल जीतने की कोशिश करुंगा। जैवलिन के स्टार खिलाड़ी सुमित तीन बार विश्व रिकॉर्ड बना चुके है और एक बार फिर नया रिकॉर्ड बनाने की कोशिश में है।
सुमित एफ 64 श्रेणी पैर के निचले हिस्से में विकार वाले खिलाड़ियों से संबंधित है। जो कृत्रिम पैर का इस्तेमाल करके खड़े होने की स्थिति वाले स्पर्धा पर भाग लेते है। सुमित अंतिल का 17 साल की उम्र में एक सड़क दुर्घटना में अपना पैर गंवा बैठे थे।
सुमित ने इस साल के मई में पैरा विश्व चैंपियनशिप में 70.83 मीटर थ्रो फेंक कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। उन्होंने बताया कि अभ्यास के दौरान काफी निरंतर प्रयास कर रहे हैं। मैंने अपनी तकनीक में काफी बदलाव किए हैं और अपनी मजबूती बढ़ाने पर काफी मेहनत किया है।
इसके साथ ही सुमित ने अपने करियर में तीन बार वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। टोक्यो पैरालंपिक में 68.55 मीटर के प्रयास से गोल्ड मेडल जीता। उसके बाद साल 2023 में पैरा विश्व चैंपियनशिप 70.83 मीटर दूर भाला फेंक कर नया रिकॉर्ड बनाया था। इसके बाद हांगझोऊ एशियाई पैरा खेलों में अपने रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 73.29 मीटर दूर थ्रो फेंक कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया।