By अनुराग गुप्ता | May 24, 2022
चंडीगढ़। पंजाब की भगवंत मान सरकार ने स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को बर्खास्त कर दिया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगल को भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते बर्खास्त किया गया। जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी भी हो गई है। इस संबंध में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने स्पष्ट संदेश देने का कोशिश की कि भ्रष्टाचार में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
कौन हैं विजय सिंगला ?
विजय सिंगला मनसा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी की टिकट पर चुनकर विधानसभा पहुंचे है। उन्होंने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सिद्धू मूसे वाला और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) प्रेम कुमार अरोरा को हराया था। विजय सिंगला ने 10 साल पहले आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी और इस बार के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन पर दांव लगाया। ऐसे में उन्होंने सिद्धू मूसे वाला को हराकर खूब सुर्खियां बटोरी थी। जिसके बाद आम आदमी पार्टी ने उनका कद बढ़ाया था।
विजय सिंगला ने 19 मार्च को 9 विधायकों के साथ कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी। इसके बाद उन्हें स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई। हालांकि 2 महीने बाद ही भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते मुख्यमंत्री ने उन्हें बर्खास्त कर दिया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, विजय सिंगला लंबे समय से मानसा रोड पर सिंगला डेंटल क्लीनिक चला रहे हैं। इसके अलावा उनकी पत्नी अनीता सिंगला ने भी बीएएमएस किया है। जबकि बेटा चेतन सिंगला एमडी की पढ़ाई कर रहा है। बेटा चेतन सिंगला एमडी की पढ़ाई कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने विजय सिंगला किया बर्खास्त
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे संज्ञान में एक मामला आया कि मेरी सरकार का एक मंत्री (विजय सिंगला) हर टेंडर के लिए 1 फीसदी कमीशन की मांग कर रहा है। मैंने इसे गंभीरता से लिया। मैं उस मंत्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा हूं और उन्हें कैबिनेट से बर्खास्त कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि साथ ही पुलिस को उनके खिलाफ मामला दर्ज़ करने का निर्देश भी दे रहा हूं। वो अपने विभाग में भ्रष्टाचार में लिप्त थे, उन्होंने यह कबूल भी किया है। आम आदमी पार्टी की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति है।