By प्रेस विज्ञप्ति | Nov 29, 2021
मुंबई। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह और सचिन वाझे का चांदीवाल आयोग के सामने पूछताछ के दौरान मिलने की घटना को लेकर सवाल उठ रहे हैं। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव और मुख्य प्रवक्ता प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंढ़े ने कहा है कि एक नियम है कि दो व्यक्ति या आरोपी इस तरह से नहीं मिल सकते। ऐसे में इन दोनों को मिलने की इजाजत किसने दी। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।
इस मौके पर लोंढ़े ने कहा कि परमवीर सिंह और सचिन वाजे दोनों कई मामलों में आरोपी हैं और दोनों आरोपियों के लिए इस तरह से चर्चा करना गंभीर है। इस वजह से जांच में बाधा आ सकती है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटना महाराष्ट्र में कभी नहीं हुई। लोंढ़े ने कहा कि अगर ऐसा है तो इसकी गहराई से जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सिंह और वाझे के बीच क्या चर्चा हुई और इसके पीछे कौन है। इसका सच राज्य की जनता के सामने आना चाहिए।