पश्चिम बंगाल में के TMC के खिलाफ और कौन लड़ा? प्रचार के लिए निकले दिलीप घोष की तीखी टिप्पणी

By अभिनय आकाश | Apr 02, 2024

मुख्यमंत्री पर विवादित टिप्पणी को लेकर दिलीप घोष की टिप्पणी से चुनाव आयोग नाखुश है। यह बात आयोग ने सोमवार को ही स्पष्ट कर दी थी। राष्ट्रीय चुनाव आयोग के मुताबिक दिलीप घोष ने आचार संहिता का उल्लंघन किया है। आयोग के आदेश में यह भी कहा गया कि दिलीप घोष को भविष्य में जनता के सामने कोई भी भाषण देते समय अधिक सावधानी बरतनी चाहिए। लेकिन क्या दिलीप सचमुच सावधान रहेंगे? क्योंकि दिलीप घोष फिर से प्रचार के लिए निकले। इस बार दिलीप का दावा है कि वह पश्चिम बंगाल में तृणमूल के खिलाफ अकेले लड़े थे।

इसे भी पढ़ें: लोकसभा चुनाव से पहले मणिपुर में जारी दल-बदल का दौर, पूर्व विधायक और भाजपा नेता कांग्रेस में शामिल

बर्दवान-दुर्गापुर से बीजेपी उम्मीदवार दिलीप घोष ने कहा कि मैंने तृणमूल के खिलाफ लड़ाई लड़ी। पश्चिम बंगाल में और कौन लड़ा? प्रचार में बीजेपी उम्मीदवार दिलीप घोष की आवाज लगभग तीखी थी। दिलीप घोष ने कहा कि उन्होंने एक और महत्वपूर्ण बात कही। जिन्हें आप दिलीप घोष के रूप में लड़ते हुए देखते हैं, वे भाजपाई नहीं थे। हमारे लाखों कार्यकर्ता भ्रष्टाचार देखकर ही भाजपा के शासन में आये हैं। हम उनके साथ बदल जाएंगे। बीजेपी, एबीजेपी के सभी राजनीतिक खेमों का कमोबेश यही मानना ​​है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने दिलीप घोष के हाथों पश्चिम बंगाल से रिकॉर्ड 18 सीटें जीतीं।

इसे भी पढ़ें: अडानी को जमीन देने की तलाश में आए थे, पीएम मोदी के महाराष्ट्र दौरे पर संजय राउत ने साधा निशाना

उनकी पार्टी के कई नेता भी यही सोचते हैं कि बंगाल में बीजेपी को मजबूत करने के सूत्रधार वही हैं। लेकिन किसी कारणवश दिलीप को एक-एक कर प्रदेश अध्यक्ष, अखिल भारतीय उपाध्यक्ष का पद गंवाना पड़ा। हालाँकि, वह मेदिनीपुर में ज़मीन काट रहे थे। काफी समय से इस बात की अटकलें तेज हैं कि दिलीप घोष अब बंगाल की राजनीति में कुछ हद तक घिर गए हैं। जैसे ही बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा की, ऐसा देखा गया कि बीजेपी ने उन्हें दिलीप के जीतने वाले क्षेत्र से हटा दिया। 


प्रमुख खबरें

The Witcher से लेकर Game of Thrones तक, ओटीटी प्लेटफॉर्म पर देखने के लिए सर्वश्रेष्ठ हॉलीवुड फैंटेसी ड्रामा

Karnataka: DK Shivakumar को सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया नोटिस, जानें क्या है पूरा मामला

Truecaller के नए CEO बनें Rishit Jhunjhunwala, नहीं है भारत के नागरिक, जानें इनके बारे में

Satanic Verses अब भारत में भी मंगाई जा सकती है, किताब के इंपोर्ट पर राजीव गांधी सरकार के बैन वाले फैसले पर दिल्ली HC ने क्या कहा जानिए