By अभिनय आकाश | Sep 05, 2024
भारत और रूस में दरार डालने की कोशिश करने वाले अमेरिका के साथ बड़ा खेल हो गया है। पहली बार ऐसी तस्वीरें आई हैं जिन्हें देखकर रूस में जश्न मनाया जा रहा है। दरअसल, तुर्की में अमेरिकी सैनिकों को दौड़ा-दौड़ाकर मारा गया। कई एक्सपर्ट्स का कहना है कि तुर्की और अमेरिका दोनों ही नाटो मेंबर्स हैं। ऐसे में एक नाटो देश में अमेरिकी सैनिकों का पिटना बहुत बड़ी बात है। जानकारी के मुताबिक तुर्की यूथ यूनियन के लोगों ने अमेरिकी सैनिकों पर हमला कर दिया। यूनियन के लोगों का कहना है कि अमेरिका खुलेआम इजरायल का समर्थन करता है। इजरायल वो शैतान है जो हमास को मारे जा रहा है। वहीं अमेरिका इजरायल को मदद देता जा रहा है। हम ये सहन नहीं कर सकते। हम अमेरिकी सैनिकों को अपने देश में नहीं रहने देंगे।
नौसेना के प्रवक्ता के अनुसार, यूएसएस वास्प के दो अमेरिकी नौसैनिकों पर तुर्की के इज़मिर में एक बंदरगाह यात्रा के दौरान हमला किया गया। वीडियो में एक समूह को एक नौसैनिक के सिर पर जबरदस्ती बैग डालते हुए दिखाया गया है और वे यांकी घर जाओ के नारे लगाते हैं। सीबीएस न्यूज़ के वरिष्ठ विदेशी संवाददाता होली विलियम्स ने कहा कि वे लोग तुर्की यूथ यूनियन के सदस्य हैं। समूह ने वीडियो को ऑनलाइन पोस्ट करते हुए लिखा: अमेरिकी सैनिक जिनके हाथों पर हजारों फिलिस्तीनियों का खून है, वे हमारे देश को अपवित्र नहीं कर सकते।
तुर्की मध्य पूर्व में एक प्रमुख अमेरिकी सहयोगी और ट्रान्साटलांटिक नाटो गठबंधन का सदस्य है। अमेरिकी नौसेना कमांडर ने कहा कि 24वीं समुद्री अभियान इकाई का हिस्सा मरीन घटना के समय एहतियात के तौर पर मूल्यांकन के लिए स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। स्थानीय इज़मिर पुलिस और नौसेना आपराधिक जांच सेवा घटना की जांच में सहयोग कर रही है। अधिकारियों द्वारा किसी भी नौसैनिक को हिरासत में नहीं लिया गया है और इसमें शामिल लोग जांचकर्ताओं के साथ सहयोग कर रहे हैं।