By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 12, 2017
लंदन। इंग्लैंड की मौजूदा परिस्थितियों में सफेद गेंद से तेज गेंदबाजों को बेहतर स्विंग नहीं मिल रही जिससे भुवनेश्वर कुमार यहां चल रही चैम्पियंस ट्राफी के दौरान इसे समझने में थोड़ी मुश्किल हुई और उन्हें अपनी गेंदबाजी की रणनीति में बदलाव करना पड़ा। भुवनेश्वर ने तीन मैचों में 22–3 ओवर में 100 रन देकर चार विकेट झटके जिसमें उनका इकोनोमी रेट 4–44 का रहा। उन्होंने भारत के सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद पत्रकारों से कहा, यह समझना बहुत मुश्किल हो रहा था कि इंग्लैंड में गेंद स्विंग क्यों नहीं कर रही। इंग्लैंड में आमतौर पर साल के इस समय विकेट इतना कठोर नहीं होता।
2013 में चैम्पियंस ट्राफी के दौरान और इसके अगले साल टेस्ट सीरीज के दौरान विकेट मुलायम था। उन्होंने कहा, हालांकि इतना मुलायम नहीं था कि इससे बल्लेबाजों को परेशानी हो लेकिन कुछ बदलाव के लिये मुलायम था। भुवनेश्वर ने कहा, मैं नहीं जानता कि यही कारण था या फिर गेंद की वजह से ऐसा था। लेकिन सब इसे देख रहे थे कि गेंदबाजों के लिये स्विंग हासिल करना काफी मुश्किल हो रहा है।