पहले धमकी और फिर गिड़गिड़ाहट पाकिस्तान के नेता बिलावल भुट्टों ने जब सिंधु जल संधि को लेकर भारत को खून बहाने की धमकी दी थी तो पूरा देश गुस्से में था। लेकिन अब हालत ये हो गई है कि बिलावल खुद बातचीत के लिए हाथ जोड़ते फिर रहे हैं। भारत ने साफ कह दिया कि अब बातचीत नहीं एक्शन होगा। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने सिंधु जल संधि के मामले में भारत को धमकाया और चुनौती दी थी। भुट्टो ने कहा कि दरिया में या तो हमारा 'पानी' बहेगा, या फिर हमारा (भारत का) 'खून' बहेगा। भुट्टो की यह प्रतिक्रिया जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक आतंकवादी हमले के बाद आई। 23 अप्रैल को विदेश मंत्रालय (एमईए) ने प्रतिक्रिया में कई सख्त उपायों की घोषणा की, जिसमें सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित करना भी शामिल है। पाकिस्तान का मतलब साफ था कि सिंधु जल को रोकने के बाद पाकिस्तान भारत के खिलाफ हिंसा पर उतर आएगा। लेकिन अब उसी बिलावल के तेवर बदल गए हैं।
धमकी देने के 24 घंटे के भीतर बिलावल भुट्टो का सुर नरम हो गया। अब वो कह रहे हैं कि हमें बातचीत करनी चाहिए। हमने भारत को ऑफर भेजा था। लेकिन भारत ने खारिज कर दिया। यानी पाकिस्तान के खून बहाने वाले नेता अब खुद पानी पानी हो गए हैं। दरअसल, 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच वर्ल्ड बैंक की मौजूदगी में सिंधु जल संधि हुई थी। इस संधि के तहत पाकिस्तान को 6 बेसिन नदियों में से 3 का पानी मिला। सिंधु, झेलम और चिनाब जबकि भारत को रावी, व्यास और सतलुज का पानी मिला। लेकिन अब जब भारत ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को सबक सिखाने का फैसला किया तो सबसे पहला कदम सिंधु जल संधि को सस्पेंड करना। पाकिस्तान की 80 प्रतिशत खेती और 30 प्रतिशत पावर प्रोजेक्ट सिंधु जल पर टिके हैं। अगर पानी रुका तो पाकिस्तान की कमर टूट जाएगी।
यही बात बिलावल भुट्टो को समझ आ गई। पहले शेर बनकर दहाड़ने वाले बिलावल भुट्टो अब मिमियाते हुए नजर आ रहे हैं। एआरवा न्यूज से बात करते हुए बिलावल भुट्टो ने कहा कि हमने भारत को बातचीत का ऑफर दिया था। दुनिया के कई देश भारत पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करना चाहते हैं। मतलब अब पाकिस्तान भारत से हाथ जोड़कर बात करने की गुजारिश कर रहा है। लेकिन भारत ने भी साफ कर दिया कि अब बातचीत तो नहीं होगी और न कोई रियायत होगी। पाकिस्तान को मोदी सरकार का साफ संदेश है कि अब बात केवल एक ही भाषा एक्श की भाषा में होगी। ये वही पाकिस्तान है जो बातचीत की बात करता है और हर बार धोखा देता है, हमला करता है। फिर माफी मांगता फिरता है।