By शुभव यादव | Aug 10, 2020
भारत में स्मार्टफोन मार्केट में चाइनीज मोबाइल कंपनियों की 80 फीसद से अधिक की हिस्सेदारी मौजूद है लेकिन अभी भी कुछ भारतीय कंपनियां हैं, जो स्मार्टफोन मार्केट में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए लगातार काम कर रही हैं।
ऐसे में जब सवाल उठता है कि 80 फीसद हिस्सेदारी वाले चीन के मोबाइल फोन भारत में इतनी अधिक मात्रा में खरीदे जा रहे हैं तो चाइनीज प्रोडक्ट का बहिष्कार कैसे किया जा सकता है। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के आवाह्न पर स्वदेशी अपनाने की ओर लोगों ने अपनी भावना जाहिर की है और चाइनीज प्रोडक्ट का बहिष्कार करने की ओर भी आगे बढ़ रहे हैं।
आपको बता दें कि बाजार में मौजूद विकल्पों से भारतीय ग्राहक संतुष्ट ना होकर मजबूरन चाइनीज प्रोडक्ट खरीद लेते हैं। खासतौर पर ऐसा स्मार्टफोन मार्केट में इसका असर देखा गया है। चलिए जानते हैं कि कम बजट में चाइनीज फोन के बजाए भारतीय कंपनियों द्वारा बनाए गए स्मार्टफोन खरीदे जा सकते हैं।
भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में चाइनीज मोबाइल कंपनियों का दबदबा
भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में चाइनीज कंपनियों का खासा दबदबा है, जिसमें चार मुख्य कंपनियां Xiaomi, Oppo, Vivo, One Plus शामिल हैं। अकेले Xiaomi Smartphone Company की 29 प्रतिशत हिस्सेदारी भारतीय स्मार्टफोन बाजारों में है।
लेकिन करीब पांच साल पहले साल 2015 तक भारतीय मोबाइल कंपनियों की न्यायोचित हिस्सेदारी भारतीय बाजारों में रही। भारत की 4 बड़ी माइक्रोमैक्स, इंटेक्स, कार्बन और लावा जैसी स्मार्टफोन कंपनियां घरेलू बाजारों में 30 फ़ीसदी से ज़्यादा के हिस्सेदारी के साथ एक अच्छे स्तर पर रहीं।
भारतीय मोबाइल कंपनी माइक्रोमैक्स के फाउंडर राहुल शर्मा इस बात का दावा करते थे कि उन्हें भारत के अतिरिक्त मात्र चार और देश 100 करोड़ स्मार्टफोन बेचने के लिए चाहिए।
इस तरह के दावे की खास वजह भारतीय बाजारों से अच्छा रिवेन्यू हासिल करने में सक्षम होना था। लेकिन आने वाले वक्त में चाइनीज कंपनियों ने भारत में ऐसी पकड़ बनाई जिससे भारत की घरेलू मोबाइल कंपनियों की हालत बद से बदतर हो गई और वह बंद होने के कगार पर आ गईं।
भारत सरकार द्वारा चलाए गए आत्मनिर्भर अभियान के तहत जिस तरह से चाइनीज प्रोडक्ट या अन्य देशों के प्रोडक्ट का बहिष्कार कर स्वदेशी अपनाने की बात की जा रही है ऐसे में भारत की मौजूदा मोबाइल कंपनियों के लिए एक बार फिर आशा की किरण नजर आ रही है।
इन कम बजट वाले फोन को खरीद सकते हैं, जो भारतीय कंपनियां बनाती हैं
Micromax
भारत की अपनी स्वदेशी कंपनी जो स्मार्टफोन निर्माण के साथ-साथ कई और प्रोडक्ट भी बनाती है, डिस्को ऑफिस हेड क्वार्टर गुरुग्राम हरियाणा में स्थित है। माइक्रोमैक्स समय समय में अपने नए स्मार्टफोन लॉन्च करती रही है जो कम बजट में भारतीय बाजारों में उपलब्ध हैं।
पिछले साल दिसंबर 2019 में माइक्रोमैक्स कंपनी ने अपना लेटेस्ट स्मार्टफोन Micromax Infinity N12 लॉन्च किया है। यदि आप चाइनीज प्रोडक्ट का बहिष्कार करते हुए स्वदेशी अपनाने की सोच रखते हुए भारतीय स्मार्टफोन कंपनियों द्वारा बनाए गए मोबाइल खरीदना चाहते हैं तो माइक्रोमैक्स के स्मार्टफोन आपके लिए एक अच्छा विकल्प बन सकते हैं।
INTEX Technology
भारत की जानी-मानी कंपनी जो भारत में ही स्मार्ट फोन का निर्माण करती है और भारतीय बाजारों में कम बजट में अच्छे व बेहतर स्मार्टफोन अपने ग्राहकों के लिए उपलब्ध कराती है, जिसका ऑफिस हेड क्वार्टर नई दिल्ली में स्थित है। भारत की इंटेक्स कंपनी स्मार्टफोंस के अलावा अन्य कई इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट भी बनाती है जो भारतीय बाजारों में सहजता से उपलब्ध हैं। इंटेक्स स्मार्टफोन को आप चाइना मोबाइल के बहिष्कार करने के तौर पर खरीद सकते हैं।
Jio Mobile
भारत की सबसे जानी-मानी रिलायंस जिओ स्मार्टफोन कंपनी सभी विदेशी कंपनियों को खासा टक्कर दे रही है। कीपैड स्मार्टफोन्स की बात करें तो भारी संख्या में भारतीय बाजारों में चाइना से आए हुए कीपैड मोबाइल की खरीदारी होती रही है। लेकिन जब से रिलायंस जियो ने अपने स्मार्टफोन मार्केट में उतारा है एक अच्छे प्रतिशत तक चाइनीज कीपैड मोबाइल की खरीदी में गिरावट आई है।
I-Ball
भारतीय बाजारों में i-Ball कंपनी भी अच्छी खासी दखल रखती है। आईबॉल कंपनी स्मार्टफोन के साथ-साथ टेबलेट का निर्माण भी करती है। इसके साथ ही आईबॉल कंपनी की तरह के इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स का निर्माण करती है।
LAVA Mobile
भारत में लावा मोबाइल का बढ़-चढ़कर नाम रहा है। लावा कंपनी ने कई तरह के स्मार्टफोन बेहतरीन फीचर्स के साथ भारतीय बाजारों में उतारे थे। लावा स्मार्टफोन का एक सब-ब्रांड Xolo भी भारतीय बाजारों में मौजूद है।
- शुभव यादव