By रेनू तिवारी | Oct 30, 2021
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने बुधवार को आयोजित राजस्थान प्रशासनिक सेवा के लिए परीक्षा केंद्र के बाहर एक पुरुष सुरक्षा गार्ड को एक महिला उम्मीदवार द्वारा पहने गए टॉप की आस्तीन काटते हुए देखा गया जिसके बाद बवाल मच गया। राजनीतिक पार्टियों द्रारा राजस्थान प्रशासन की इसके लिए काफी आलोचना की गयी। भाजपा ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार पर राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष परीक्षा आयोजित करने के नाम पर इंटरनेट बंद करने के लिए प्रतिबंधात्मक उपायों को लागू करने का आरोप लगाया। मीडिया रिपोर्टस और सोशल मीडिया पर ऐसी तस्वीरें आने के बाद एनसीडब्ल्यू अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भी इस मुद्दे को उठाया और प्रशासन से स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने सवाल किया है कि परीक्षा के दौरान महिलाओं की चेकिंग और आस्तीन काटने की प्रक्रिया के दौरान कोई महिला सुरक्षा गार्ड क्यों नहीं थी। गार्ड ने लड़कियों के कपड़ों की बाजू क्यों काटी? मामले की जांच हो रही है सवाल- जवाब का सिलसिला जारी है लेकिन ऐसा मामला पहली बार नहीं आया है जब परीक्षा सेंटर के बाहर या हॉल के अंदर माहिलाओं को इस तरह की बदसलूकी का सामना करना पड़ा हो। इस तरह की कई खबरें पहले भी सामने आ चुकी हैं।
राजस्थान में परीक्षा से पहले सुरक्षा गार्ड ने लड़कियों की काटी आस्तीन
राजस्थान के बीकानेर में एक परीक्षा केंद्र के बाहर एक पुरुष गार्ड द्वारा एक महिला उम्मीदवार द्वारा पहने जाने वाले टॉप की आस्तीन काटने की घटना पर ध्यान देते हुए, राष्ट्रीय महिला आयोग या एनसीडब्ल्यू ने कहा है कि महिलाओं को इस तरह से गुजरना "पूरी तरह से अपमानजनक" है। रेखा शर्मा ने राज्य सरकार से कार्रवाई की मांग की। राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने स्पष्टीकरण मांगा है कि राजस्थान प्रशासनिक सेवा परीक्षा के लिए केंद्र में महिला उम्मीदवारों की तलाशी के लिए किसी महिला गार्ड की प्रतिनियुक्ति की सूचना क्यों नहीं दी गई।
केरल में परीक्षा के दौरान लड़कियों से ब्रा उतारने के लिए कहा गया
18 वर्षीय सायरा (बदला हुआ नाम) ने केरल के पलक्कड़ जिले के कोप्पम में लायंस स्कूल में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) में बैठने की सूचना दी। परीक्षा सेंटर में नियमों के अनुसर नीट में शामिल होने के लिए अपने इनरवियर को हटाना पड़ा था। महिला ने इसके खिलाफ शिकायत दर्ज करवायी जिसमें कहा कि एक बाहरी पर्यवेक्षक ने उसे 'गलत तरीके से' देखा। पुलिस ने कहा कि उसकी शिकायत के आधार पर, आईपीसी की धारा 509 (शब्द, हावभाव या किसी महिला के शील का अपमान करने के इरादे से छेड़खानी) के तहत मामला दर्ज किया गया था और जांच शुरू हो गई है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा यहां कोप्पा के लायंस स्कूल में आयोजित राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा में शामिल हुई छात्रा को परीक्षा लिखने से पहले कुछ अन्य लड़कियों के साथ अपनी ब्रा उतारनी पड़ी क्योंकि उसमें धातु का हुक लगा था।
असम में लड़की को पैर पर चुन्नी डाल कर परीक्षा लिऱने को कहा गया
2021 में असम से एक मामला सामने आया जिसमें एक लड़की शॉर्ट पहन कर जब परीक्षा देने आयी तो उसे पूरी पैंट पहनने के लिए कहा गया, जब उस लड़की के पास उस दौरान फुल पैंट उपलब्ध नहीं ती तो उसे पैरों को क्लास रूम में लगे पर्दे से ढक कर परीक्षा में बैठने के लिए कहा गया। असम के जुबली तमुली में इस साल 12 सितंबर को गिरिजानंद चौधरी इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज (जीआईपीएस) में अक 19 साल की छात्रा परीक्षा देने गयी थी। वह असम कृषि विश्वविद्यालय (AAU) की प्रवेश परीक्षा में बैठने जा रही थी, जब परीक्षा हॉल के अंदर शॉर्ट्स पहनने के लिए 19 वर्षीय छात्रा को प्रताड़ित किया गया। परीक्षा नियंत्रक ने उसे पूर्ण आकार की पैंट लाने के लिए कहा और चूंकि कुछ भी उपलब्ध नहीं था, इसलिए उन्होंने उसे पर्दे को लपेट दिया।
लुंगी पहनकर दी परीक्षा तो हो गये निष्कासित
लुंगी पहनकर ऑनलाइन परीक्षा देने के आरोप में तीन छात्रों को कथित तौर पर निष्कासित कर दिया गया है। ये छात्र दिनाजपुर के हाजी मोहम्मद दानेश यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के थे। बर्खास्तगी यूनिवर्सिटी के इंजीनियरिंग फैकल्टी के फूड प्रोसेस एंड इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के 20वें बैच के सेमेस्टर फाइनल टेस्ट के दौरान हुई। छात्रों को निष्कासित कर दिया गया।