By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 13, 2024
नयी दिल्ली। संगीतकार-गायक शंकर महादेवन का कहना है कि जब उनके बैंड ‘शक्ति’ के दिस मोमेंट को सर्वश्रेष्ठ वैश्विक संगीत एल्बम का विजेता घोषित किया गया और उन्हें अपना पहला ग्रैमी पुरस्कार मिला, तो वह लॉस एंजिल्स के क्रिप्टो.कॉम सभागार में पूरी तरह से निशब्द हो गए थे। समारोह के एक सप्ताह बाद उन्होंने कहा कि भारतीय संगीत के लिए ग्रैमी पुरस्कार पाना सौभाग्य की बात है।
इस साल पांच भारतीयों ने प्रतिष्ठित पुरस्कार जीता है। उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह की भावना को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता, क्योंकि यह सम्मान की बात है।’’ उन्होंने कहा, “ग्रैमी विश्वस्तरीय संगीत मान्यता का प्रतीक है। मैं इस मान्यता का एक छोटा सा हिस्सा बनकर बहुत खुश और धन्य महसूस कर रहा हूं और तथ्य यह है कि भारतीय संगीत को दुनिया भर में सराहना मिली। यह एक बहुत अच्छा एहसास है। मैं मुझे यह अवसर प्रदान करने के लिए भगवान को धन्यवाद देना चाहता हूं।”
‘शक्ति’ में संस्थापक सदस्य, गिटारवादक जॉन मैकलॉगलिन, तबला वादक जाकिर हुसैन, वायलिन वादक गणेश राजगोपालन और तालवादक सेल्वगनेश विनायकराम भी शामिल हैं। संगीतकारों शंकर-एहसान-लॉय की तिकड़ी में शामिल महादेवन ने कहा, “जब ऐसे समारोहों में आपके नाम की घोषणा की जाती है, तो आप पूरी तरह से निशब्द हो जाते हैं।” उन्होंने कहा कि लेकिन यह राहत की अनुभूति होती है, क्योंकि पुरस्कार की घोषणा का इंतजार करने का तनाव, यहां तक कि एक छोटे स्कूल पुरस्कार समारोह के दौरान भी, वास्तव में “आपकी जान ले लेता है।