By अंकित सिंह | Apr 26, 2023
नेताओं के बीच वार-पलटवार का दौर आपने खूब देखा होगा। नेताओं के बीच की कड़वाहट के भी आपने चर्चे सुने होंगे। हालांकि, यह बात भी सच है कि राजनीति के दौरान कुछ मनमोहक घटनाएं भी सामने आती है। यह घटनाए राजनीति के इतिहास में यादें बन जाती हैं। ऐसी ही एक घटना आपको हम बताने जा रहे है। यह घटना पंजाब के सबसे बड़े नेता प्रकाश सिंह बादल से संबंधित है। 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल के पैर छुए थे। पीएम ने 26 अप्रैल, 2019 को अपना नामांकन दाखिल किया था। मोदी के साथ वाराणसी में बादल भी मौजूद थे। सोशल मीडिया पर पीएम मोदी के इस कदम की जमकर तारीफ हुई थी।
खास बात यह है कि इस दौरान वर्तमान में मोदी के धूर विरोधी माने जाने वाले नीतीश कुमार और उद्धव ठाकरे भी मौजूद थे। तब यह दोनों भी एनडीए के सहयोगी थे। इस दौरान अमित शाह और राजनाथ ही भी मौजूद रहे थे। शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल के पार्थिव शरीर को बुधवार को पार्टी कार्यालय लाया गया जहां बड़ी संख्या में लोग और राजनीतिक नेता पंजाब के कद्दावर नेता एवं पांच बार के मुख्यमंत्री रहे बादल को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। जनता की भारी मौजूदगी के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रकाश सिंह बादल को अंतिम श्रद्धांजलि दी।
मोदी ने मंगलवार को बादल के निधन को ‘‘व्यक्तिगत क्षति’’ बताते हुए कहा था कि वह (बादल) भारतीय राजनीति की एक महान शख्सियत थे, जिन्होंने देश के विकास में अहम योगदान दिया। मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘प्रकाश सिंह बादल के निधन से अत्यंत दुखी हूं। वह भारतीय राजनीति के एक विशाल व्यक्तित्व और एक उल्लेखनीय राजनेता थे। उन्होंने हमारे राष्ट्र के विकास में अहम योगदान दिया। उन्होंने पंजाब की प्रगति के लिए अथक प्रयास किए और महत्वपूर्ण समय के दौरान राज्य को नेतृत्व प्रदान किया।’’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘मुझे उनके साथ हुई कई बातचीत याद है, जिसमें उनका विवेक हमेशा स्पष्ट रूप से झलकता था। उनके परिवार और अनगिनत समर्थकों के प्रति संवेदना।