By रेनू तिवारी | Jun 04, 2020
बॉलीवुड में जब भी प्यार की मिलास दी जाती हैं तो रेखा और अमिताभ का नाम जरूर लिया जाता हैं। रेखा और अमिताभ बच्चन भले ही एक नहीं हुए लेकिन दोनों की लव स्टोरी पर तमाम कहानियां हैं। 1976 में आयी फिल्म दो अंदानें के सेट से शुरू हुई दोनों की प्रेम कहानी आज तक सुर्खियों में बनीं रहती हैं। रेखा और अमिताभ आज भी अगर किसी इवेंट या फंक्शन में आमने-सामने भी आ जाए तो हेडलाइन बन जाती हैं। कुछ लोगों का मानना हैं कि रेखा अमिताभ बच्चन के नाम का सिंदूर आज भी लगाती हैं क्योंकि रेखा भले ही अमिताभ की नहीं हो सकी लेकिन वह दिल से अमिताभ को अपना पति मानती हैं।
अमिताभ की जिंदगी से रेखा का आना
रेखा के जिंदगी में आने से पहले 1973 में अमिताभ बच्चन एक्ट्रेस जया भादुरी से शादी कर चुके थे। 1976 में रेखा अमिताभ की जिंदगी में आती हैं। दोनों के बीच का प्यार परवान चढ़ने लगता हैं। अमिताभ और रेखा की मुलाकात फिल्म के सेट से बाहर भी होने लगी। उस समय रेखा और अमिताभ दोनों की सुपरस्टार हुआ करते थे। सुपरस्टार्स के लव अफेयर की खबरों से मैकजीन और अखबरों में गॉसिप भरी रहती थी।
रेखा-अमिताभ की प्यार से नाराज पत्नी जया
अखबारों और मैगजीन की खबरों से जया भादुरी बहुत ही ज्यादा नाराज हुआ करती थी। रेखा और अमिताभ को लेकर उन्हें काफी परेशानी हो रही थी। जया भादुरी ने अमिताभ बच्चन से शादी के बाद बॉलीवुड छोड़ दिया था। वह घर पर रह कर अपने दोनों बच्चों की परवरिश कर रही थी ऐसे में ये सारी खबरें जया को बिलकुल रास नहीं आ रही थी।
रेखा और अमिताभ को जया ने किया दूर
जया ने एक दिन रेखा को घर पर बुलाया और अपने पति से दूर रहने के लिए कहा। उन्होंने रेखा ने साफ कहा कि वह अपने पति को कभी नहीं छोड़ेंगी। इस मुलाकात के बाद रेखा और अमिताभ के बीच दूरियां बढ़ने लगीं। एक तरफ रेखा को जया ने साफ कह दिया कि वह उनकी शादी नहीं तोड़ सकती वहीं अमिताभ बच्चन को जया ने बच्चों का वास्ता देकर रेखा के साथ किसी भी फिल्म में काम करने से मना कर दिया। जया ने अमिताभ को कसम दी कि अगर वो ऐसा करेंगे तो वह भी बॉलीवुड में वापसी कर लेंगी। अमिताभ ने जया की कसम मानी और रेखा के साथ फिल्में करना बंद कर दिया।
रेखा ने कबूला अमिताभ के साथ अपने प्यार का रिश्ता
मजबूरी में बचपन से ही फिल्मों में काम कर रही रेखा ने अपने अभिनय के दम पर सभी के मुंह में ताला लगा किया था। वह अपने काम के साथ-साथ अपनी निजी जिंदगी पर भी बेबाकी से बात करती थी। अपने औरअनिताभ के रिश्ते पर भी उन्होंने लोगों के सभी सवालों के जवाब दिए। रेखा की इस बेबाकी के कारण अमिताभ ने भी उनसे दूरी बनानी शुरूकर दी थी।
अमिताभ के करियर का गिरता ग्राफ
जया की समझदारी से उनका घर टूटने से बच गया। इन सबके के बीच अमिताभ के करियर पर काफी असर पड़ा। रेखा के साथ काम करना बंंद करने से उनकी लगातार कई फिल्में फ्लॉप हो रही थी। 1980 में एक दो फिल्में बैक टू बैक फ्लॉप रहीं। 'राम बलराम', 'दो और दो पांच' बुरी तरह फ्लॉप हुई और इसके बाद बिग बी की 'दोस्ताना' आई जो वो कमाल नहीं दिखा पाई जो महानायक चाहते थे। अब करियर का ग्राफ गिरता देख अमिताभ एक शानदार स्क्रिप्ट की तलाश में थे जो उनकों सुपरहिट मूवी दे सके।
सिलसिला से मिली अमिताभ को फिर हिट होने की उम्मीद
इसी बीच मशहूर फिल्म निर्माता-निर्देशक यश चोपड़ा ने फिल्म सिलसिला बनाने का फैसला किया। फिल्म की कहानी त्रिकोश लव एंगल पर थी। फिल्म को रियल बनाने के लिए यश चोपड़ा अमिताभ बच्चन से इस फिल्म को लेकर बात करते हैं। पहले तो अमिताभ इस फिल्म को कपने से साफ इंकार कर देते हैं लेकिन यश एक दोस्ल की तरह अमिताभ को मनाने हैं तो वह उसे करने के लिए हामी भर देते हैं। अमिताभ यश को कहते हैं कि फिल्म के बारे में वह खुद जया से बाद करें। जया बाद करने यश उनके पास जाते हैं और फिल्म की कहानी सुनाते हैं जया फिल्म करने से तुरंत इंकार कर देती हैं लेकिन यश चोपड़ा उन्हें फिल्म के एंड के बारे में बताते हैं कि पति अपनी पत्नी के पास लौट आता हैं तो जया खुश हो जाती हैं और फिल्म करने के लिए हामी भर देती हैं। यश चोपड़ा यहां जया को साफ कर देते हैं कि वह प्रेमिका के रोल के लिए रेखा को अप्रोच कर रहे हैं। फिल्म में रेखा और अमिताभ के रोमांटिक सीन भी है। जया ये सब जानने के बाद फिल्म को करने के लिए हामी भर देती हैं और अपनी ही कसम को तोड़ देती हैं।
सिलसिला रेखा के साथ अमिताभ की आखिरी फिल्म
उस दौरान मैगजीन में ये खबरें छपी कि अमिताभ बच्चन ने अपने करियर को संभालने के लिए ये फिल्म करने के लिए हामी भरी और करियर ग्राफ को उठाने के लिए उन्होंने रेखा और जया का इस्तेमाल किया। फिल्म सिलसिला जया-अमिताभ -रेखा की असल जिंदगी से प्रेरित फिल्म थी। जिसे देखने के लिए दर्शक बेताब थे। अमिताभ बच्चन और रेखा की यह आखिरी फिल्म रही, जिससे इस लोकप्रिय ऑन-स्क्रीन जोड़ी का अंत हो गया और उनके प्रेम-प्रसंग की अफवाह भी खत्म हो गई।[यह अमिताभ बच्चन की जया बच्चन के साथ भी आखिरी फिल्म थी, जब तक कि वे 20 साल बाद करण जौहर की फिल्म कभी खुशी कभी ग़म... (2001) में एक साथ फिर दिखाई नहीं दिए। इस फिल्म के बाद, जया बच्चन ने अभिनय से संन्यास ले लिया और हज़ार चौरासी की माँ (1998) से 18 साल बाद वापसी की। रेखा- अमिताभ और जया ये सभी अपनी-अपनी जिंदगी में काफी खुश हैं।