By अभिनय आकाश | Jun 23, 2022
क्या आने वाले कुछ घंटों में महाराष्ट्र में सत्ता का पाला पलट जाएगा या फिर घर खाली करना भी एक सियासी चाल का हिस्सा है। एकनाथ शिंदे 40 से ज्यादा विधायकों के साथ बैठे हैं तो मुंबई में सबकी निगाहें उद्धव ठाकरे पर लगी थी। बालासाहेब की विरासत संभाल रहे उद्धव के फेसबुक लाइव पर इमोशनल कार्ड खेला उद्धव ने इतना शिंदे का ऑफर दिया कि बात करो इस्तीफा देने को तैयार हूं। कुछ ऐसा ही वाकया 30 साल पहले यानी 1992 में हुआ था। उस वक्त शिव सेना के सुप्रिमो बाल ठाकरे ने भी इस्तीफे की पेशकश कर हर किसी को हैरान कर दिया था।
बाल ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र सामना में लिखा था, ‘अगर एक भी शिवसैनिक मेरे और मेरे परिवार के खिलाफ खड़ा होकर कहता है कि मैंने आपकी वजह से शिवसेना छोड़ी या आपने हमें चोट पहुंचाई, तो मैं एक पल के लिए भी शिवसेना प्रमुख के रूप में बने रहने के लिए तैयार नहीं हूं। काडर और सरकार पर अपनी पकड़ साबित करने के लिए बाल ठाकरे ने ऐलान किया था कि मैं शिवसेना छोड़ रहा हूं। वहीं शिवसेना जिसे साठ के दशक से उन्होंने सींचा था, खड़ा किया था। लेकिन इसके बाद वह और मजबूत होकर उभरते हैं। मंत्री, पार्षद सब सुप्रीमो के पीछे और सबकी जुबान पर एक ही नारा कि हमें सरकार नहीं साहिब चाहिए।
महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक उठापटक के बाद शिवसेना प्रमुख और राज्य के सीएम उद्धव ठाकरे अपने पिता बाल ठाकरे के 30 साल पहले वाले अंदाज में दिखे। उन्होंने फेसबुक लाइव पर दिए अपने संबोधन में कहा कि अगर कोई विधायक सामने से आकर कहेगा तो वे सीएम पद से अपना इस्तीफा दे देंगे। फिर सरकारी बंगला वर्षा से सामान उठाया और सीधे मातेश्वरी शिफ्ट हो गए। इस कदम से शिवसैनिकों में उबाल आ गया। बंगले के आगे भीड़ लग गई। नारे लगने लगे उधर तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं। कौन आया कौन आया शिवसैनिक उद्धव आया। यह संदेश देने की कोशिश की गई कि उद्धव के साथ कार्यकर्ता खड़े हैं उनके नाम इस पूरे शो में उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे भी थे। उन्होंने भीड़ को विक्ट्री साइन भी दिखाया यह विश्वास दिलाने के लिए कि पार्टी मजबूत है और विजय उनकी ही होगी।