By अंकित सिंह | Feb 13, 2024
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने किसान आंदोलन को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि किसानों के मार्च को रोकने के लिए आंसूगैस का इस्तेमाल, और (सीमाओं पर) कीलें और बैरिकेड्स लगाना, सब कुछ किया जा रहा है। (केंद्र) सरकार किसानों की आवाज दबाना चाहती है। ये (केंद्र) के वही लोग हैं जिन्होंने किसानों की आय दोगुनी करने, फसल दर और एमएसपी लागू करने का वादा किया था। इससे अलावा उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में कहा कि भाजपा राज में ये है भला कैसा अमृतकाल। किसानों पर आँसू गैस के गोलों की बौछार। धिक्कार! धिक्कार!! धिक्कार!!!
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हरियाणा में प्रदर्शनकारी किसानों पर आंसू गैस के गोले दागने की निंदा करते हुए इसे कृषकों पर ‘भाजपा का बर्बर हमला’ करार दिया। बनर्जी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “ जब अपने मौलिक अधिकारों के लिए लड़ने पर किसानों पर आंसू गैस के गोलों से हमला किया जाएगा तो हमारा देश कैसे तरक्की कर सकता है? मैं भाजपा द्वारा हमारे किसानों पर बर्बर हमले की कड़ी निंदा करती हूं।” उन्होंने कहा, “उनके विरोध को दबाने के बजाय, भाजपा को अपने बढ़े हुए अहंकार, सत्ता की भूख की महत्वाकांक्षाओं और निष्प्रभावी शासन को कम करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जिसने हमारे देश को नुकसान पहुंचाया है।”
किसानों के ‘दिल्ली चलो’ विरोध मार्च में शामिल युवाओं के एक समूह ने मंगलवार को अंबाला में शंभू बॉर्डर पर लगाए गए बैरिकेड को तोड़ने की कोशिश की, जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। कुछ किसानों ने ट्रैक्टर की मदद से सीमेंट के अवरोधक हटाने का प्रयास किया। अधिकारियों ने कहा कि हरियाणा पुलिस द्वारा बैरिकेड से दूर रहने की अपील के बावजूद, कई युवा पीछे नहीं हटे और बैरिकेड के ऊपर खड़े रहे। उन्होंने बताया कि जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने लोहे का बैरिकेड तोड़ दिया और उसे घग्गर नदी के पुल से नीचे फेंकने की कोशिश की, तो पुलिस ने आंसू गैस के कई गोले छोड़े।