By अभिनय आकाश | Apr 07, 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अरबपतियों ने सत्ता को हड़प लिया है। 'हैंड्स ऑफ' नाम से आयोजित आंदोलन के तहत अमेरिका के सभी 50 राज्यों में लाखों लोगों ने इस विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारियों का कहना है, सोशल सिक्योरिटी जैसे कार्यक्रमों में फंड की कटौती न हो और अप्रवासियों, ट्रांसजेंडरों पर हमले रुकें।
ट्रम्प के खिलाफ गुस्सा क्यों
महंगाईः ट्रम्प 9 अप्रैल से 60 देशों पर 10% से 50% टैरिफ लगाएंगे। अमेरिका में रोजमर्रा की चीजें जैसे मोबाइल फोन, कपड़े, फर्नीचर, डेयरी प्रोडक्ट, फ्रटूस महंगे हो जाएंगे।
छंटनीः डोज के मुखिया और ट्रम्प के करीबी इलॉन मस्क अब तक 50 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुके हैं। आगे भी 1 लाख लोगों को नौकरी से निकालने की चेतावनी दे चुके हैं।
एग्जीक्यूटिव ऑर्डरः ट्रम्प ने जन्मजात नागरिकता, लैंगिक समानता और रिफ्यूजी प्रोग्राम को बंद करने के विवादित ऑर्डर दिए थे। वैसे 5 बड़े ऑर्डर पर कोर्ट ने रोक लगाई हुई है।
मेडिकल ऐडः ट्रम्प ने सोशल सिक्योरिटी के तहत मेडिकल ऐड बंद करने का ऐलान किया हुआ है। 35 करोड़ आबादी में से 20 करोड़ लोअर और मिडिल क्लास इस पर निर्भर है। स्टूडेंट लोन माफी को भी ट्रम्प ने खत्म करने का फैसला किया है।
लोग बोले-हम ऐसा अमेरिका नहीं चाहते
वॉशिंगटन डीसी में छमन राइट्स कैंपेन की अध्यक्ष केली रोक्सिन ने कहा कि जो कुछ हो रहा है, वह सिर्फ राजनीतिक नहीं है, यह व्यक्तिगत हमला है। वे हमारी किताबें बैन कर रहे है, एचआईवी रोकथाम की फंडिंग काट रहे है, हमारे डॉक्टरों और शिक्षकों को अपराधी बना रहे है। यह ट्रंप का अमेरिका है। हम ऐसा अमेरिका नहीं चाहते। मैनोटे बोस्टन, ओहायों में सैकड़ों लोगों ने पदर्शन किया। हालांकि, यह प्रदर्शन 2020 के ब्लैक लाइव्स मैटर आआंदोलन जितना बड़ा नहीं हो सका।