By अंकित सिंह | Jun 03, 2024
प्रभासाक्षी के खास कार्यक्रम चाय पर समीक्षा में हमने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर आए एग्जिट पोल पर चर्चा की। हमारे साथ हमेशा की तरह प्रभासाक्षी के संपादक नीरज कुमार दुबे मौजूद रहे। नीरज कुमार दुबे ने एग्जिट पोल को लेकर कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक बार फिर से एनडीए की सरकार बनने जा रही है। यह अपने आप में भाजपा और एनडीए के लिए बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने एनडीए के जीत का कारण बताते हुए कहा कि महिला मतदाताओं का समर्थन मोदी को प्राप्त है। स्थानीय उम्मीदवारों से भले ही लोगों को नाराजगी है लेकिन मोदी पर सभी का भरोसा दिखाई देता है और यही एग्जिट पोल में भी सामने आया है। नीरज दुबे ने यह भी दावा किया कि तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और ओडिशा जैसे राज्यों में भाजपा को जबर्दस्त फायदा होता दिखाई देना है।
नीरज दुबे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर से कामकाज में जुट गए हैं। वह आज भी हीटवेव और तमाम योजनाओं को लेकर बैठक ले रहे हैं। उनकी चर्चाओं में चुनावी नतीजे क्या होंगे, यह मुद्दा नहीं है। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि मोदी सहित तमाम भाजपा के नेता चुनाव को लेकर कितने कॉन्फिडेंट नजर आ रहे हैं। इसका मतलब साफ है कि उन्हें अपने काम पर भरोसा है। दूसरी ओर आप देख लीजिए कि इंडिया गठबंधन की बैठक में जो नेता शामिल हुए थे, उनके चेहरे उतरे हुए थे। नीरज दुबे ने कहा कि भले ही इंडिया गठबंधन के नेता 295 सीट जीतने का दावा कर रहे हैं। लेकिन उन्हें भी हकीकत पता है। दरअसल, यह आगे की रणनीति के तहत 295 सीटों का दावा किया जा रहा है ताकि ईवीएम पर हार का ठिकड़ा फोड़ा जा सके। नीरज दुबे ने यह भी कहा कि जमीनी स्तर पर इंडिया गठबंधन के नेताओं ने कुछ खास मेहनत नहीं किया। जबकि दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तमाम भाजपा के नेताओं ने जबरदस्त तरीके से चुनावी प्रचार किया।
प्रभासाक्षी के संपादक ने कहा कि समय के हिसाब से इस चुनाव में हमने प्रचार के मुद्दे बदलते देखे। मोदी की लोकप्रियता विपक्ष के तमाम कोशिशें पर हावी रही। एसी कमरों में बैठकर ट्वीट कर देने और मोदी पर आरोप लगा देने से चुनाव नहीं जीते जाते। साथ ही साथ चुनाव सोशल मीडिया पर भी नहीं लड़े जाते। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को लेकर पंजाब में जबरदस्त नाराजगी है। वहां भाजपा अपनी जमीन को मजबूत करती हुई दिखाई दे रही है। हरियाणा में थोड़ी बहुत नाराजगी का सामना भाजपा को करना पड़ सकता है। लेकिन सीटों पर इसका कितना असर पड़ेगा, यह वक्त बताएगा। उत्तर प्रदेश में कई जगह हमने भाजपा प्रत्याशियों को लेकर नाराजगी दिखी लेकिन कहीं ना कहीं मोदी जी को लेकर कोई नाराजगी नहीं थी जिसका फायदा पार्टी को इस चुनाव में भी मिलता दिखाई दे रहा है।