By कमलेश पांडे | Sep 07, 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'अंत्योदय' की दिशा में जो कुछ सार्थक पहल की है, पीएम स्वनिधि योजना उनमें से एक है।यह मुफ्त का माल गटकने जैसी लोकलुभावन योजना नहीं है, बल्कि मेहनतकशों के लिए एक भरोसेमंद आर्थिक संबल है जो उन्हें सूदखोरों के जाल से भी मुक्त करती है। इस योजना के तहत छोटा व्यवसाय करने वाले दुकानदारों को बिना जमानत के ही बैंकों से लोन मिलता है, जिसकी ब्याज दर भी अपेक्षाकृत बहुत कम होती है। इसलिए यह योजना दिनप्रतिदिन लोकप्रिय होती जा रही है। आज हम यहां बताएंगे कि आखिर में ये पीएम स्वनिधि योजना क्या है और कैसे इसका फायदा उठाया जा सकता है?
वैसे तो केंद्र सरकार ने इस लोकलुभावन योजना की शुरुआत उस वक्त की थी, जब वैश्विक कोविड महामारी में लॉकडाउन होने की वजह से छोटे दुकानदारों के काम-धंधों पर असर पड़ा था। लगभग सभी अपनी पूंजी भी खा बैठे थे। यही वजह है कि सरकार ने इस योजना के तहत बेहद कम ब्याज दर पर 50 हजार तक का लोन देना शुरू किया, जिसे हर तरह के स्ट्रीट वेंडर उठा सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत तीन चरण के तहत लोन की रकम मिलती है। पहले 10,000, इसे वापस करने के बाद 20,000, फिर इसे वापस करने के बाद 50,000 रुपये तक। वो भी 1 वर्ष के आसान किश्तों पर। इसलिए समय के साथ अब यह योजना काफी लोकप्रिय हो चली है और जरूरतमंदों की मददगार साबित हो रही है।
अक्सर कहा भी जाता है कि अपना काम चाहे छोटा हो या बड़ा...अपना काम आखिर अपना ही काम होता है। लेकिन, किसी भी काम को आगे बढ़ाने के लिए जो सबसे पहली जो जरूरत आन पड़ती है, वो है पूंजी, चाहे वो छोटी हो या बड़ी। हालांकि, अक्सर लोग इस तरह की जरूरत को पूरा करने के लिए नजदीकी महाजनों/सूदखोरों से महंगे ब्याज पर रकम उधार लेते हैं, लेकिन इसका साइड इफेक्ट्स यह होता है कि काम बढ़ाने के बजाय वे कर्ज के जाल में फंसकर रह जाते हैं। इससे ही मेहनतकश लोगों को बचाने के लिए सरकार ने यह सकारात्मक पहल की है।
# समझिए, पीएम स्वनिधि योजना क्या है?
जानकार बताते हैं कि कुछ ऐसी ही जरूरतों के लिए केंद्र सरकार ने एक योजना वर्ष 2020 में लॉन्च की थी, जो दुकानदारों, छोटे कारोबारियों और रेहड़ी-पटरी वालों के लिए वरदान बन चुकी है। इस योजना का नाम है 'पीएम स्वनिधि योजना', जिसके तहत बिना किसी जमानत के बहुत कम ब्याज दर पर लोन मिलता है। मसलन, वर्ष 2020 में जब वैश्विक कोविड महामारी की वजह से लॉकडाउन लगने पर छोटा व्यवसाय करने वाले लोगों पर नकारात्मक असर पड़ा तो केंद्र सरकार की तरह से पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि यानी पीएम स्वनिधि योजना की शुरुआत की गई। जिसके तहत यदि आप लोन लेना चाहते हैं तो आपको जमानत के तौर पर बैंक में कुछ भी गिरवी रखने की जरूरत नहीं है। हां, इतना जरूर है कि इस योजना के तहत एक साल के लिए मात्र 50 हजार रुपए तक की रकम लोन के तौर पर मिलती है। इस लोन पर ब्याज भी बहुत ही कम लिया जाता है।
# जानिए, कौन उठा सकता है इस योजना का लाभ?
इस योजना के तहत शहरी इलाकों में रहने वाले वो स्ट्रीट वेंडर या छोटे दुकानदार लोन हासिल कर सकते हैं, जो 24 मार्च 2020 या इससे पहले से अपना व्यवसाय कर रहे हैं। बस इस योजना का फायदा लेने के लिए उनके पास शहरी स्थानीय निकाय का वेंडिंग सर्टिफिकेट होना चाहिए। खासकर ऐसे वेंडर जिनकी सर्वे में पहचान हुई है, लेकिन उनके पास वेंडिंग सर्टिफिकेट नहीं है, वे भी प्रोविजनल सर्टिफिकेट के जरिए योजना का लाभ उठा सकते हैं। इसके लिए आप स्थानीय पार्षदों से भी मदद ले सकते हैं।
# जानिए, पीएम स्वनिधि योजना में कितना लोन मिलता है?
इस योजना के तहत 50 हजार रुपए तक का लोन बिना जमानत के ही मिल जाता है। इसके अंतर्गत लोन अप्रूव होने पर पहले 10 हजार रुपए की रकम मिलती है, जिसे चुकाने के बाद 20 हजार रुपए तक का लोन ले सकते हैं। यदि आपने ये 20 हजार का लोन भी तय समय पर चुका दिया तो फिर आपको 50 हजार रुपए तक का लोन मिल सकता है। इस लोन पर बैंक या नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी आरबीआई की गाइडलाइन के मुताबिक अपेक्षाकृत कम ब्याज लेती हैं।
# समझिए, पीएम स्वनिधि योजना के लिए कैसे अप्लाई करें?
पीएम स्वनिधि योजना के तहत लोन लेने के लिए आपको सबसे पहले अपने नजदीकी सरकारी बैंक में संपर्क करना होगा। जहां आपको एक फॉर्म मिलेगा, जिसे जरूरी डॉक्यूमेंट्स के साथ भरकर आपको बैंक में जमा करना होगा। इसके बाद बैंक के अधिकारी आपके फॉर्म और आपके काम की जांच करेंगे और सबकुछ सही मिलने पर आपका लोन पास कर दिया जाएगा। आपको बस इतना ख्याल रखना है कि तय किश्त समय पर चुकाते रहें, अन्यथा डिफाल्टर की सूची में आप शामिल हो जाएंगे। इससे भविष्य में आपको लोन मिलने में परेशानी होगी।
खास बात यह कि यदि आप पीएम स्वनिधि योजना के लाभार्थी हैं तो भविष्य में आपको पीएम नरेंद्र मोदी से बातचीत करने का मौका भी मिल सकता है। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कभी-कभार इसके लाभार्थियों से बातचीत भी करते हैं। पिछली बार उन्होंने बातचीत से पहले दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में एक लाख स्ट्रीट वेंडरों को लोन के चेक भी सौंपें थे। इससे यह योजना और अधिक लोकप्रिय हो गई। इस प्रकार यह योजना छोटे दुकानदारों के खूब काम आ रही है। इससे लाभान्वित लोग पीएम नरेंद्र मोदी के मजबूत वोट बैंक भी बन चुके हैं।
- कमलेश पांडेय
वरिष्ठ पत्रकार व स्तम्भकार