By कमलेश पांडे | Dec 15, 2023
आर्बिट्राज फंड एक प्रकार का फंड है जो बाजार की इक्विटी का लाभ उठाता है, लेकिन बाजार के विपरीत (डेरिवेटिव) होने पर इक्विटी का लाभ भी प्रदान करता है, ताकि निवेशक को क्षति नहीं हो और शेयर बाजार में उनकी दिलचस्पी बनी रहे। जहां तक 'आर्बिट्रेज' शब्द के अर्थ की बात है तो यह विभिन्न समूहों में समान संपत्तियों के मूल्य में अंतर का उदय है।
दरअसल विभिन्न समूहों में स्थित प्रतिभूतियों और अन्य वस्तुओं को एक साथ लाभ और व्यवसायों के लिए आर्बिट्राज एसोसिएट्स इक्विटी में निवेश करते हैं और विभिन्न उद्यमों में स्टॉक की इकाइयों में अंतर का पता लगाकर लाभ कमाते हैं। इस प्रकार आर्बिट्रेज फंड मार्केट के विकलांग उद्यमियों के लिए लाभप्रद हैं और लाभदायक परिसंपत्तियों की अनुमति पर प्रतिबंध है। ये समर्थक वर्ग अधिकतर बाज़ार में जाते हैं और वहीं पर बने रहते हैं।
आर्बिट्राज फंड जोखिम से बचने वाले निवेशकों के लिए बनाए गए हैं, क्योंकि जब बाजार में लगातार उतार-चढ़ाव होता है तो पैसा कमाने के लिए यह एक सुरक्षित विकल्प प्रदान करता है। कहना न होगा कि न्यूनतम जोखिम के साथ आय शेयर बाजार में शेयर बेचने का पवित्र मंत्र है। इस निवेशक मानसिकता को प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न निवेश उत्पाद डिजाइन किए जा रहे हैं। ये बात सबको पता है कि जब शेयर बाजार में समय अस्थिर होता है, तो युवाओं को अधिक जोखिम का सामना करना पड़ता है। ऐसे वक्त में पैसा खराब होने की संभावना अधिक होती है। यही वजह है कि एक आर्बिट्रेज फंड पर आधारित शेयर कारोबार, जो बाजार के ऑफर को अपने लाभ में बदल देता है, चलन में आता है।
# आर्बिटराज फंड क्या हैं?
एक आर्बिट्राज फंड- एक प्रकार का इक्विटी बाजार या बाजार के बीच गलत मूल्य पर आधारित एक फंड होता है। जिससे शेयरधारकों को अंतिम स्टॉक रिटर्न प्राप्त होता है। ये फंड जोखिम से बचने वाले निवेशकों के लिए तैयार किए गए हैं और जब बाजार में लगातार उतार-चढ़ाव जारी रहता है तो ये पैसा कमाने का एक सुरक्षित विकल्प है। ये फंड नामांकित व्यक्ति को बाजार की अस्थिरता के दौरान सहारा देते हैं।
सवाल है कि आपको आर्बिट्राज फंड में निवेश करने पर क्या विचार करना चाहिए? जवाब होगा, हां, यदि आप अपने पोर्टफोलियो में आर्बिट्राज फंड रखने पर विचार कर सकते हैं। यदि आपके शेयर की सुरक्षा कम जोखिम वाली है और यदि आप मिनिमम इक्विटी वाले निवेश की तलाश में हैं, तो जब बाजार स्थिर होता है, तो शेयर लाभ स्थलों में कोई बड़ा अंतर नहीं होता है और इसलिए लाभ पैदा होने का अवसर कम होता है। लेकिन, जब बाजार अस्थिर होता है, तो आर्बिट्राज फंड की कीमत में उतार-चढ़ाव से लाभ होता है, और आपके पास के मूल्यांकन की बेहतर संभावना होती है। इसलिए यदि आप अचल बाजार में जोखिम उठाना चाहते हैं और उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए जोखिम उठाना चाहते हैं तो आप अपनी बचत को जमा करने के लिए अल्पावधि से मध्यम अवधि के निवेश के अवसरों की तलाश कीजिए।
# आर्बिट्राज फंड कैसे काम करता है?
आर्बिट्राज फंड की अवधारणा सरल है, वह यह कि एक बाजार में कम कीमत पर कुछ खरीदारी और लाभ की पेशकश के लिए इसे दूसरे बाजार में अधिक कीमत पर खरीदें। इस परिदृश्य पर विचार करें कि जब एक कंपनी का शेयर बाजार में 1,000 रुपये और बैलेंस बाजार में 1,500 रुपये का कारोबार हो रहा है तो 500 रुपये प्रति शेयर का लाभ वह है जो एक निवेशक कैश बाजार में स्टॉक खरीदकर और उसके साथ ही उसे कैश बाजार में बेचकर लाभ कमा सकता है। इक्विटी बाजार में आर्बिट्राज के समर्थकों की सबसे लोकप्रिय में से एक, पर इक्विटी का बेमेल हिस्सेदारी है। जब बाजार में काफी अच्छी रेटिंग होगी तो ये शेयर अधिक होंगे। बाजार में अधिक कीमतों पर बिक्री का मतलब यह है कि निवेशकों के लाभ के लिए दोनों कंपनियों के बीच अधिक कीमतें बेची जाती हैं।
# आर्बिट्राज फंड कितने सुरक्षित हैं?
आर्बिटराज निवेशक सुरक्षित हैं, क्योंकि उनका जोखिम कम होता है। यहां फंड मैनेजर डेरिवेटिव के खिलाफ हेजिंग करके इक्विटी के जोखिम को कम करते हैं। आर्बिट्राज फंड के मामले में बाजार के निवेशकों के लिए अधिक जोखिम पैदा नहीं होता है। वास्तव में, वस्तुओं के अवसर तब मौजूद होते हैं जब बाजार अस्थिर और अनिश्चित होता है। जब बाजार स्थिर होगा, तो आर्बिटराज फंड आकर्षण नहीं हो सकेगा।
# आर्बिट्राज फंड कितने कर-कुशल हैं?
आर्बिट्राज फंड के लिए कर लाभ एक बड़ा लाभ है। जब विज्ञापन बाजार में 65% से अधिक होता है, तो इन लाइसेंस को इक्विटी फंड माना जाता है, और जहां तक कर शोरूम पर विचार किया जाता है, तो यह एक बोनस है। इन फंडों को एक वर्ष से अधिक समय तक बनाए रखने के बाद जो वापस लौटता है वह कर मुक्त हो जाता है। पहले 12 महीनों में इन फंडों से होने वाली आय पर 15% कर के रूप में आयकर लगाया जा सकता है। आर्बिट्राज फंड से मिलने वाले निवेशक पर कोई स्टॉक नहीं लगाया जा सकता है, क्योंकि आर्बिट्राज फंड से मिलने वाले निवेशक पर कोई स्टॉक एक्सचेंज नहीं किया जा सकता है।
# ये सब हैं आर्बिट्राज फंड में निवेश के लाभ
पहला, यदि आप न्यूनतम जोखिम के साथ अच्छा रिटर्न प्राप्त करना चाहते हैं तो आर्बिट्राज फंड कम जोखिम वाले और आदर्श निवेश विकल्प के रूप में जाने जा सकते हैं। ये समर्थक, जो शत्रुतापूर्ण और शत्रुतापूर्ण ठिकानों में स्थित हैं, जोखिम स्तर के संदर्भ में अक्सर उनकी तुलना शुद्ध ऋण समर्थकों से की जाती है। इसलिए, यदि आप डेट फंड के रूप में कम जोखिम वाले इक्विटी फंड से लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप आर्बिटराज फंड में निवेश से लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
दूसरा, आदर्श निवेश के दौरान अस्थिर बाज़ार स्थिति अधिकांश निवेशकों के नकारात्मक रिटर्न में गिरावट हो सकती है, या जब बाजार अस्थिर हो तो रिटर्न मजबूत सकारात्मक हो सकता है। इसके विपरीत, आर्बिट्रेज फंड एकमात्र इक्विटी फंड है जो अस्थिर बाजार में स्थिति में है। यहां रिटर्न्स और परमिट साथ-साथ रहते हैं। कर संग्रहालय को एसोसिएटेड फाइनेंसर के रूप में माना जाता है।
# आर्बिट्रेज फंड की कमियाँ
जहां आर्बिट्राज फंड के कई फायदे हैं, वहीं कुछ नुकसान भी हैं। पहला, कई इन्वेस्टर्स अपने पोर्टफोलियो में आर्बिट्राज फाइनेंसियल स्टोर से असिस्टेंट का काम करते हैं, इसका एक महत्वपूर्ण कारण यह है कि उन्हें औसत दर्जे के लिए जाना जाता है। बाजार स्थिर होने पर ये फंड अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं। एक स्थिर बाजार के दौरान, जब कोई भी शतरंज के सामान का व्यापार उपलब्ध नहीं होता है, तो फंड एक बैंड फंड बन जाता है, भले ही अस्थायी रूप से। यह, बदले में, फंड की पहलू पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है।
वहीं, निवेश से जुड़ी कई लागतें हैं, और प्राथमिकता लागतों में से एक लागत दर या टर्नओवर अनुपात है। इन फंडों का अक्सर कारोबार होता है, इसलिए इसमें बड़ी लागत भी लगती है। इसके अलावा, निवेशकों को समय से पहले फंड से बाहर अगेन से हतोत्साहित करने के लिए, फंड हाउस 30-60 दिनों के लिए एक्जिट लोड का मौका मिलता है, जिससे खर्च अनुपात और बढ़ जाता है। इस प्रकार, इसमें अलग-अलग लागत शामिल होती है। घर ले जाने पर मीटिंग वाले रिटर्न को कम कर देते हैं।
# आर्बिट्राज फंड में निवेश के तरीके
किसी भी अन्य फ्रेंचाइजी फंड निवेश की तरह, आप ऑनलाइन या ऑफलाइन आर्बिट्राज फंड में निवेश कर सकते हैं। यदि आपके पास ऑनलाइन निवेश के बारे में जानकारी नहीं है या आपके पास पर्याप्त ज्ञान नहीं है, तो आप ब्रोकर के माध्यम से निवेश का चुनाव कर सकते हैं। ब्रोकर के माध्यम से आर्बिट्राज फंड में निवेश करने से आप नियमित मंजूरी के माध्यम से निवेश करने के योग्य हो सकते हैं जिसमें उच्च निवेश लागत और अलग-अलग रिटर्न हो सकते हैं।
वहीं, यदि आप स्वतंत्र रूप से इन फंडों में निवेश करना चाहते हैं, तो आप किसी भी परिसंपत्ति के साथ एएमसी (एसेट म्यूज़ियम कंपनी) शाखा में जा सकते हैं, और निम्नलिखित निवेशक साक्ष्य की पहचान, निवास का प्रमाण, आधार कार्ड,केवाईसी विश्लेषण, पैन कार्ड, चेक रद्द कर दिया गया, 4-5 पासपोर्ट फोटो आदि कागजातों के साथ निवेश फॉर्म जमा कर सकते हैं।
यदि आप कमीशन या ब्रोकरेज का भुगतान करने से बचना चाहते हैं, तो आप ऑनलाइन निवेश करना चुन सकते हैं। आर्बिट्राज फंड में ऑनलाइन निवेश करना आसान है; यह किसी अन्य फ्रैंचाइज़ी फंड में निवेश के समान है। आप फंड की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं, उस फंड का चयन कर सकते हैं जिसमें आप निवेश करना चाहते हैं, और निवेश चरण का पालन करना शामिल है, जिसमें आम तौर पर फॉर्म भरना, केवाईसी संरचना और भुगतान करना शामिल है।
# आर्बिट्राज फंड पर टैक्स कैसे लगता है?
आर्बिट्राज फंड पर इक्विटी फंड के समान कर लगाया जाता है। यदि आप एक वर्ष से कम समय के लिए फंड धारक हैं, तो शेयरधारक रिटर्न को इक्विटी लाभ पर विचार किया जाएगा, और आप 15% की दर से कर का भुगतान करने के लिए फंड जुटाएंगे। वहीं अगर आपको रुपयों का फायदा होता है तो 50,000 रुपये पर आपको 7,500 रुपये का टैक्स चुकाना होगा। दूसरी ओर, यदि आपके पास एक वर्ष से अधिक समय तक फंड जमा है, तो शेयरधारकों को रिटर्न पर लाभ मिलेगा, और आप 10% की दर से कर का भुगतान करने के लिए बाध्य होंगे।
# मूल्य असमानताओं का फायदा उठाते हैं आर्बिट्रेज फंड, बाजारों को प्रभावित करती हैं कई घटनाएं
आर्बिट्रेज फंड, जो बाजार की अक्षमताओं पर पनपते हैं, अस्थिर बाजार परिदृश्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। ये फंड रिटर्न उत्पन्न करने के लिए कैश और फ्यूचर यानि नकदी और वायदा बाजारों के बीच मूल्य असमानताओं का फायदा उठाते हैं। वहीं, हाल के महीनों में कई प्रमुख घटनाएं ऐसी घटीं, जिन्होंने वित्तीय बाजारों को प्रभावित किया। इनमें भारत की जीडीपी के आंकड़े, एफओएमसी मीटिंग, यूएस सीपीआई और जॉब्स डेटा तथा चीनी आर्थिक विकास के आंकड़े आदि प्रमुख हैं। ऐसे में यदि अतिशय सावधानी नहीं बरती गई तो ये घटनाएं अस्थिरता ला सकती हैं और स्मार्ट निवेशकों के लिए नए आर्बिट्रेज अवसर पैदा कर सकती हैं। ऐसे में वित्तीय बाजारों में घबराहट की अवधि के दौरान, आर्बिट्राज फंड रिटर्न थोड़े समय के लिए अस्थिर हो सकता है। लिहाजा, आर्बिट्राज फंड पर विचार करते समय न्यूनतम निवेश सीमा 6 महीने या उससे भी अधिक रखने की सिफारिश की जाती है। क्योंकि एक लंबी निवेश अवधि ही निवेशकों को अल्पकालिक उतार-चढ़ाव से बाहर निकलने और इन नवीनतम रणनीतियों के संभावित लाभों को हासिल करने की सुविधा देता है।
# आर्बिट्राज फंडों ने क्षमता का प्रदर्शन किया
चुनौतियों और अवसरों- दोनों की विशेषता वाले बाजार में, आर्बिट्राज फंडों ने बाजार की अक्षमताओं को भुनाने की अपनी फ्लेक्सिीबिलिटी और क्षमता का प्रदर्शन किया है। ऐसे में जो निवेशक इन फंडों की बारीकियों को समझते हैं और लंबी अवधि का निवेश रखते हैं, वे उनकी अनूठी रणनीतियों से लाभ हासिल करते हैं। वहीं, जैसे-जैसे हम वित्तीय दुनिया की अनिश्चितताओं से निपटते हैं, तो आर्बिट्राज फंड निवेशक के टूलकिट में एक मूल्यवान टूल बने रहते हैं, जो अस्थिर समय में भी नए-नए अवसरों को खोलते हैं।’ यह बदलाव और उतार-चढ़ाव भारतीय शेयर बाजार की गतिशीलता और समझदार निवेशकों के लिए संभावित अवसरों का प्रमाण है।
- कमलेश पांडेय
वरिष्ठ पत्रकार व स्तम्भकार