By अनुराग गुप्ता | Jan 06, 2022
नयी दिल्ली। पंजाब दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में बुधवार को चूक का मामला सामने आया है। जिसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद मनीष तिवारी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए हाईकोर्ट के मौजूद न्यायाधीश से जांच कराने की मांग की। हालांकि पंजाब सरकार ने सुरक्षा में हुई चूक की जांच के लिए 3 सदस्यीय समिति का गठन किया है। जिसमें न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मेहताब सिंह गिल, प्रमुख सचिव और न्यायमूर्ति अनुराग वर्मा शामिल हैं, जो 3 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। इसके बाद उपजे विवाद को देखते हुए कांग्रेस सांसद ने हाईकोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश से जांच कराने की मांग की है।
क्या बोले मनीष तिवारी ?
कांग्रेस सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में हुई चूक का मामला दुर्भाग्यपूर्ण था, ऐसा नहीं होना चाहिए था। मैं बड़ी बारीकी के पूरे विवाद को देख रहा हूं। उन्होंने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए संसद में एक कानून बना है, जिसे एसपीजी एक्ट कहा जाता है, जिसमें साल 2019 में संशोधन किया गया था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक एक संवेदनशील मामला है और इसे राजनीतिक फुटबॉल नहीं बनाना चाहिए। सही तथ्यों को सामने लाने के लिए हाई कोर्ट के मौजूद न्यायाधीश के मामले की पूरी जांच करानी चाहिए।PM की सुरक्षा में हुई चूक ?
पंजाब दौरे पर गए प्रधानमंत्री मोदी के सड़क मार्ग को बुधवार को कुछ प्रदर्शनकारियों ने अवरुद्ध कर दिया, जहां से उन्हें गुजरना था। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी के काफिले को करीब 20 मिनट तक एक फ्लाईओवर में रुकना पड़ा। जिसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने वापस बठिंडा लौटने का निर्णय किया। बठ़िडा हवाईअड्डे के अधिकारी ने बताया कि हवाई अड्डे पर लौटने पर प्रधानमंत्री मोदी ने वहां के अधिकारियों से कहा, अपने मुख्यमंत्री को धन्यवाद कहना कि मैं बठिंडा हवाई अड्डे तक जिंदा लौट पाया।