By अभिनय आकाश | May 11, 2022
नेताओं के जुबान फिसलनी की आदत काफी पुरानी है। ये अक्सर देखा जाता है कि कभी न कभी, कहीं न कहीं, किसी न किसी मंत्री या नेता की जीभ बोलते समय फिसल ही जाती है। अक्टूबर 2017 के दौरान उदयपुर में बीजेपी सांसद अर्जुन लाल मीणा की जुबान भी लड़खड़ाई और उन्होंने कांग्रेस मुक्त भारत की जगह भाजपा मुक्त भारत बोल दिया। कभी कांग्रेस नेता जनता से कांग्रेस मुक्त करने की अपील कर डालते हैं। इस तरह के बयान कोई भी नेता जानबूझ कर नहीं देता ये तो सभी जानते हैं। लेकिन ताजा मामला असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से जुड़ा है। जिनकी फिसली जुबान ने एक नए विवाद को जन्म दे दिया।
नरेंद्र मोदी को गृहमंत्री और शाह को बताया प्रधानमंत्री
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा ने एक सार्वजनिक रैली में ‘भूलवश’ नरेंद्र मोदी को गृहमंत्री एवं अमित शाह को प्रधानमंत्री कह डाला जिससे राज्य में राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। भाजपा ने कहा है कि यह ‘मानवीय भूल’ है। यह भूल तब हुई जब सरमा अपनी सरकार के एक साल पूरा होने पर मंगलवार को यहां एक सार्वजनिक रैली में बोल रहे थे। इस रैली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी थे। अपने भाषण में सरमा ने ‘प्रधानमंत्री’ अमित शाह एवं ‘हमारे प्रिय गृहमंत्री नरेंद्र मोदी’ और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के प्रति उनके मार्गदर्शन एवं प्रेरणा के लिए आभार प्रकट किया।
कांग्रेस को आने लगी साजिश की गंध
असम के मुख्यमंत्री का करीब 15 सेंकेंड के वीडियो क्लिप वायरल हो गया और विपक्ष ने इस माननीय भूल को मुद्दे की तरह लपक लिया व इसमें साजिश की गंध ढ़ढने में लग गए। कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर इस क्लिप को डाला तथा सरमा एवं उनके पूर्ववर्ती सर्बानंद सोनोवाल से जुड़े ऐसे ही प्रकरणों का हवाला दिया। उसने ट्वीट किया, ‘‘ जब सर्बानंद सोनोवाल जी मुख्यमंत्री थे तब सांसद पल्लब लोचन दास ने सार्वजनिक रूप से कई मौकों पर कैबिनेट मंत्री हिमंत विश्व सरमा को मुख्यमंत्री कहकर संबोधित किया।’’ कांग्रेस ने सवाल किया , ‘‘ क्या भाजपा ने नरेंद्र मोदी जी के स्थान पर अगला प्रधानमंत्री तय कर लिया है? या अमित शाह जी को अगले प्रधानमंत्री के रूप में आगे बढ़ाने का अभियान शुरू किया गया है?’’