By अनुराग गुप्ता | May 09, 2022
नयी दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सोमवार को एकबार फिर से केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की। इस बार उन्होंने पाकिस्तान में सताए गए हिंदुओं के मुद्दे पर अपनी ही सरकार को निशाने पर लिया। दरअसल, पाकिस्तान में हो रहे अत्याचारों से बचने के लिए करीब 800 हिंदुओं ने भारत का रुख किया था और साल 2011 में यूपीए सरकार ने ऐसे लोगों को लंबे समय के लिए वीजा यानी की एलटीवी देने का निर्णय किया था जिनका धार्मिक उत्पीड़न हो रहा था। लेकिन इन लोगों को भारत की नागरिकता नहीं मिला पाई।
आपको बता दें कि यूपीए सरकार के ऐलान के बाद धार्मिक उत्पीड़न का सामना कर रहे सैकड़ों परिवार भारत आ गए थे। लेकिन उन लोगों को अभी तक भारत की नागरिकता नहीं मिल पाई। इनमें हिंदू और सिख समुदाय के लोग शामिल हैं। इन लोगों ने नागरिकता हासिल करने के लिए सरकारी दफ्तरों के खूब चक्कर काटे। इसके बावजूद उनके हक में फैसला नहीं हो पाया। ऐसे में उन्हें वापस पाकिस्तान जाना पड़ा। जिसको लेकर भाजपा नेता ने अपनी ही सरकार की जमकर आलोचना की है।
दुखी होकर वापस पाक लौट गए हिंदू
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि पाकिस्तान से भारत आए 800 लोग अत्यंत दुखी होकर वापस अपने मुल्क लौट गए। उन्होंने ट्वीट किया कि केंद्र सरकार के लिए यह कितनी शर्म की बात है। पाकिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन के शिकार लगभग 800 लोग, जो भारतीय नागरिक बनने की उम्मीद में यहां आए थे, उन्हें मोदी सरकार की सीएए पर गैर-कार्रवाई से धोखा मिला है। वे अत्यंत दुखी होकर वापस पाकिस्तान चले गए।
कोरोना के बाद लागू होगा सीएए
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने हाल ही पश्चिम बंगाल दौरे के वक्त सीएए को लेकर बड़ा दावा किया था। उन्होंने कहा था कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) अफवाह फैला रही है कि सीएए लागू नहीं होगा, लेकिन मैं आपको बता रहा हूं कि कोरोना के बाद हम सीएए लागू करेंगे। उन्होंने कहा था कि सीएए हकीकत था, सीएए हकीकत है और सीएए हकीकत रहेगा। कुछ भी नहीं बदला है।