By अंकित सिंह | Mar 04, 2024
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उनके आवास पर छापेमारी के कुछ हफ्ते बाद, वरिष्ठ टीएमसी विधायक तापस रॉय ने पार्टी की कार्यप्रणाली पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सोमवार को सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि मैंने विधायक के रूप में अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दिया है। मैं अब एक स्वतंत्र पक्षी हूं। उनहोंने कहा कि इस्तीफे के कई कारण हैं। कारणों में विभिन्न घोटाले, संदेशखाली घटना और अपमान शामिल हैं। अंतिम लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि 12 जनवरी के तुरंत बाद, ईडी ने मेरे फ्लैट पर छापा मारा। पार्टी से कोई भी बयान देने या मेरे परिवार से बात करने की जहमत उठाने के लिए आगे नहीं आया। इसलिए मैं वास्तव में दुखी हूं।
तापस रॉय ने कहा कि बीजेपी द्वारा ईडी को मेरे घर नहीं भेजा गया। सुदीप बनर्जी ने ईडी भेजा था क्योंकि वह मुझसे डरते हैं, भयभीत हैं और मुझसे ईर्ष्या करते हैं। टीएमसी विधायक तापस रॉय के पार्टी से इस्तीफे पर टीएमसी नेता शांतनु सेन ने कहा कि तापस रॉय अब कह रहे हैं कि उन्हें पार्टी में कोई महत्व नहीं मिल रहा है। लेकिन चुनाव की घोषणा से 15 दिन पहले उन्हें अचानक यह बात क्यों सूझी? उन्होंने पहले क्यों नहीं बोला?...टीएमसी ने आपको मंत्री, उप मुख्य सचेतक, संगठनात्मक प्रमुख बनाया। सुनने में आ रहा है कि आप अपनी विचारधारा बदलकर दूसरी पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं। क्या कोई आदमी अचानक ऐसा कर सकता है अगर उसके पास दूसरी तरफ से कोई आकर्षक नौकरी न हो?
तृणमूल कांग्रेस नेता पहली बार 1996 में विद्यासागर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए थे। रॉय ने 2001 का विधानसभा चुनाव बारा बाजार से टीएमसी के टिकट पर जीता था। वह 2011 में उत्तर 24 परगना जिले के बारानगर विधानसभा क्षेत्र में चले गए और तब से इस सीट से टीएमसी विधायक हैं। रॉय मौजूदा विधानसभा में टीएमसी के उप मुख्य सचेतक भी थे। वरिष्ठ टीएमसी नेता कुणाल घोष और ब्रत्य बसु ने उन्हें मनाने के लिए आज सुबह रॉय से उनके आवास पर मुलाकात की लेकिन असफल रहे।