By अंकित सिंह | Apr 04, 2023
रामनवमी के दिन से पश्चिम बंगाल में शुरू हुआ बवाल कम होने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को भी पश्चिम बंगाल के हुगली में पथराव की खबर आई थी। इतना ही नहीं, स्टेशन के बाहर भी पथराव किया गया था जिसके बाद ट्रेन यातायात को रोकना पड़ा था। इन सबके बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस हुगली जिले के रिशरा का दौरा किया। यह वही इलाका है जहां पथराव हुआ था। राज्यपाल ने साफ तौर पर कहा कि हम पश्चिम बंगाल के लोगों के साथ हैं। उपद्रवियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। अपने बयान में राज्यपाल ने कहा कि कुछ दिनों से जो घटनाएं यहां हो रही है हम इससे अवगत हैं, यह घटनाएं बिल्कुल ही सहनीय नहीं है। पूरी घटना में सख्त से सख्त क़दम उठाए जाएंगे।
राज्यपाल ने आगे कहा कि हम बंगाल के लोगों के साथ हैं, हम एकजुट हैं और एकजुटता के साथ शांतिपूर्ण तरीके से रहेंगे। मौके पर उन्होंने पुलिस अधिकारियों से बात की। आपको बता दें कि हुगली में अभी भी धारा 144 लागू है। धरना प्रदर्शन की इजाजत नहीं है। हिंसा को लेकर 40 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इससे पहले उन्होंने कहा कि हम कभी भी अंधेरे की ताकतों को समाज को फिरौती के लिए नहीं लेने देंगे। हम गलत काम करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। लोगों को शांति से रहने का अधिकार है, वह अधिकार हर कीमत पर स्थापित किया जाएगा। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में हुगली जिले के रिसड़ा शहर में फिर से झड़पों के बाद मंगलवार को अब तक शांति है लेकिन तनाव भी व्याप्त है। ज्यादातर दुकानें बंद हैं और सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है।
इलाके में आपराधिक दंड संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा आदेश लागू हैं। चंदननगर पुलिस आयुक्तालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रिसड़ा और पड़ोसी श्रीरामपुर के प्रभावित इलाकों में सुरक्षाबलों ने गश्त की। इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं और पुलिस ने लोगों ने शांति बनाए रखने तथा अफवाहों से बचने का अनुरोध किया है। अधिकारी ने बताया कि रिसड़ा में सोमवार रात को रेलवे के द्वार संख्या चार के समीप झड़पों के बाद मंगलवार को सुबह हावड़ा-बर्द्धमान मार्ग पर ट्रेन सेवाएं बहाल की गयीं।