By अनन्या मिश्रा | Oct 06, 2023
आजकल कछुए की अंगूठी काफी ज्यादा चलन में हैं। ज्यादातर लोगों के हाथ में कछुए की अंगूठी देखने को मिल जाती है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि कछुए की अंगूठी देखने में काफी ज्यादा आकर्षक लगती है। कहा जाता है कि यह अंगूठी धन और समृद्धि को अपनी तरफ आकर्षित करती है। बता दें कि लाफिंग बुद्धा, तीन टांगों वाले मेंढक और चीनी सिक्कों का चीनी वास्तुशास्त्र फेंगशुई में जिस तरह से महत्व बताया गया है। ठीक वैसे ही कछुए की अंगूठी का विशेष महत्व होता है।
मान्यता के अनुसार, कछुए के आकार वाली अंगूठी को धारण करने से व्यक्ति का दुर्भाग्य दूर होता है और उस पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। ऐसे लोगों के जीवन में धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको कछुए की अंगूठी धारण करने के सही तरीके के बारे में बताने जा रहे हैं, साथ ही यह भी जानेंगे कि इस अंगूठी को पहनने से क्या फायदा होता है।
कछुए की अंगूठी पहनने से मिलते हैं ऐसे फायदे
वास्तुशास्त्र के मुताबिक कछुए की अंगूठी पहनने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और व्यक्ति के आसपास सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। ज्योतिष शास्त्र में कछुए को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। इसलिए जो भी व्यक्ति इस अंगूठी को पहनता है उस के घर में धन और सुख-समृद्धि की कभी कमी नहीं होती है। इस अंगूठी को पहनने से व्यक्ति के जीवन में हर तरह की सुख-सुविधाएं आती हैं और धन की प्राप्ति होती है। वहीं कछुए को शांति और धैर्य का प्रतीक भी माना जाता है। इसलिए जो भी व्यक्ति इसे धारण करता है उसके अंदर धैर्य और शांति आती है।
कछुए की अंगूठी पहनने की सही विधि
मान्यता के मुताबिक केवल चांदी की धातु से ही कछुए की अंगूठी को बनवाना चाहिए। तभी इसे पहनने का शुभ परिणाम देखने को मिलना चाहिए। इस अंगूठी को हमेशा दाएं हाथ में पहनना चाहिए। साथ ही इसे दाएं हाथ ही तर्जनी और बीच की उंगली में धारण करना चाहिए। कछुए की अंगूठी को पहनने के दौरान इस बात का ध्यान रखें कि इसका सिर आपकी तरफ हो, इससे धन आकर्षित होता है। क्योंकि अगर कछुए का मुंह बाहर की तरफ होता है, तो धन के अधिक व्यय या हानि की संभावना बनती है।