By अनुराग गुप्ता | Jul 16, 2022
कोलंबो। श्रीलंका में आर्थिक और राजनीतिक संकट गहराया हुआ है। इसी बीच श्रीलंकाई सरकार ने ईंधन के लिए विभिन्न देशों से अनुरोध किया। आपको बता दें कि श्रीलंका आजादी के बाद से अपने सबसे बुरे आर्थिक संकट से गुजर रहा है। डॉक्टरों ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि आप लोग किसी भी कीमत पर बीमार मत पड़िएगा क्योंकि देश में दवाईयों की भारी कमी है। साथ ही खाद्य पदार्थ और ईंधन की भी भारी कमी से श्रीलंका जूझ रहा है।
इसी बीच श्रीलंकाई सरकार में मंत्री कंचना विजेसेकेरा का बयान सामने आया। जिसमें उन्होंने भारत की तरफ से मिली मदद के लिए पड़ोसी देश की जमकर सराहना की और दूसरे देशों से भी मदद का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार देश में बढ़ते ऊर्जा संकट के बीच ईंधन की खरीद के लिए रूस के साथ चर्चा कर रही है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कंचना विजेसेकेरा ने कहा कि हमने विभिन्न देशों से (फ्यूल के लिए) अनुरोध किया है। कोई भी देश जो हमारी मदद के लिए आता है, तो हम उसकी सराहना करते हैं। अभी तक भारत ही एकमात्र देश है जो मदद के लिए आगे आया है।
उन्होंने कहा कि हम रूसी सरकार के साथ भी चर्चा कर रहे हैं... शुरुआती बैठकें रूस में हुई हैं। हमने अपनी आवश्यकताओं को पूरा किया है और हम इस पर काम कर रहे हैं। हम यह सुनने का इंतजार कर रहे हैं कि श्रीलंका को किस तरह की सुविधा प्रदान की जाएगी। इसी बीच कंचना विजेसेकारा ने "नेशनल फ्यूल पास" योजना के नाम से एक ईंधन राशनिंग योजना शुरू की।
ऐसे मिलेगा ईंधन
नया पास साप्ताहिक आधार पर ईंधन कोटे के आवंटन की गारंटी देगा। वाहन पहचान संख्या और अन्य विवरण सत्यापित होने के बाद, प्रत्येक राष्ट्रीय पहचान पत्र संख्या (एनआईसी) के लिए एक क्यूआर कोड दिया जाएगा। पंजीकृत वाहन मालिकों को उनकी पंजीकरण संख्या के अंतिम अंक के आधार पर उनकी बारी आएगी। मौजूदा ईंधन संकट के बीच कोलंबो में पर्यटकों और विदेशियों को ईंधन लेने को प्राथमिकता दी जाएगी।