By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 15, 2022
पटना।बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश में युवाओं को दस लाख नौकरी दिये जाने के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के चुनावी वादे की तरफ इशारा करते हुए सोमवार को कहा कि हम सब लोगों की इच्छा है कि इसे बढा कर 20 लाख तक पहुंचाया जाये। देश के 76 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार की कामना है, कि पूरे समाज में सद्भाव और भाईचारे का वातावरण कायम रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘न्याय के साथ विकास सबसे बड़ी चीज है। हम लोगों को जब से काम करने का मौका मिला है, हम ऐसा करते रहे हैं और आगे भी इसे जारी रखेंगे। हम युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित करेंगे।’’ उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की तरफ इशारा करते हुए कहा, ‘‘नौकरी वाली जो बात है... हम लोग अब एक साथ हैं। हमलोगों का विचार है कि कम से कम दस लाख रोजगार सृजित किए जायें। सरकार के अंदर और बाहर, दोनों जगह नौकरी और रोजगार के इंतजाम करवायेंगे।’’ नीतीश ने कहा, ‘‘हर स्तर पर इतना काम बढ़ना चाहिए कि दस लाख रोजगार सृजित हों। हम लोगों का मन है कि आगे चलकर 20 लाख रोजगार सृजित किए जायें और इसके लिए हम हर संभव कोशिश करेंगे।’’ मालूम हो कि तेजस्वी ने 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान युवाओं को दस लाख नौकरी देने का वादा किया था। नीतीश ने कहा, ‘‘हमारे साथ अब जो नयी पीढ़ी के लोग हैं, उपमुख्यमंत्री और अन्य सभी लोग, इस लक्ष्य को बहुत तेजी से आगे बढाएयेंगे तथा बिहार को बहुत आगे ले जाएंगे।’’ उन्होंने कहा, ’’हमारा अतीत गौरवशाली और विरासत समृद्ध है। हम उसी उंचाई को फिर से प्राप्त करना चाहते हैं।
आइए, स्वतंत्रता दिवस पर हम संकल्प लें कि बिहार को राष्ट्रीय स्तर पर एक खुशहाल राज्य के तौर स्थापित करने में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देंगे।’’ बाद में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए तेजस्वी ने कहा कि एक ऐतिहासिक अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा किया गया यह एक ऐतिहासिक निर्णय है। उन्होंने कहा कि आज रोजगार सृजन से बड़ा कोई मुद्दा नहीं हो सकता और ये उन लोगों के मुंह पर ताला लगा देगा जो सवाल कर रहे थे कि मेरे वादे का क्या हुआ। नीतीश ने राजग में जारी राजनीतिक खींचतान के बीच पिछले हफ्ते भाजपा से नाता तोड़कर महागठबंधन के साथ मिलकर बिहार में सरकार बना ली थी। उन्होंने अपने पूर्व सहयोगी पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा कि जनसंख्या पर नियंत्रण के लिये कोई प्रतिबंध लगाने जरूरत नहीं है, बल्कि एक बेहतर प्रजनन दर प्राप्त करने के वास्ते बच्चियों के लिये बेहतर शिक्षा व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘जनसंख्या पर नियंत्रण पाने के लिए चीन का अनुभव क्या रहा। पहले एक पर सीमित किया था और उसकी हालत खराब हो जाने पर उसने दो किया तथा अब तीन किया। ये सब बेकार चीज है, असली चीज है, लोगों को पढाना चाहिए और इसके लिए हमलोगों ने सारा काम किया है।’’ नीतीश ने प्रदेश में लडकियों को शिक्षित किए जाने के लिए राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रयास का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार में अब प्रजनन दर घटकर 2.9 हो गया है।