By सुयश भट्ट | Jul 21, 2021
भोपाल। पेगासस जासूसी कांड मामला को लेकर केन्द्र सरकार द्वारा दिए गए बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रेसवार्ता कर केन्द्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने पेगासस मामले में केन्द्र की मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर पेगासस खरीदकर जासूसी नहीं कराई है तो सुप्रीम कोर्ट में सरकार हलफनामा दे।
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आपको बता दें कि कमलनाथ ने कहा कि 15 दिन में पेगासस मामले में और अधिक खुलासे होंगे। इसका खुलासा इंटरनेशनल मीडिया ने किया है। जिसके बाद फ्रांस ने इंवेस्टिगेशन शुरू कर दी है। सेलफोन कम्पनियां सरकारों को कोड भेजती हैं। इसके जरिए वॉइस रिकॉर्डिग हो सकती है। नाथ ने आगे कहा, देश में 300 फोन टेप हुए हैं। अब तक 15 के नाम सामने आए हैं। पेगासस ने दुनिया मे 55 हजार फोन टेप किए हैं। उन्होंने अनुमान लगाया कि शायद पेगासस से शिवराज सिंह चौहान का भी फोन टेप किया हो।
दरअसल पेगासस सॉफ्टवेयर इंडिया में बेचा गया है।एक व्यक्ति का एक लाइसेंस होता है। जिस लाइसेंस को सरकार ने खरीदा है। भारत ने अकेला सॉफ्टवेयर नहीं खरीदा बल्कि लाइसेंस भी खरीदा है। कम्पनियों को नम्बर से नहीं पैसों से मतलब है। यह लाइसेंस खरीदने के लिए सरकारी कमेटी होती है। उन्होंने सवाल करते हुए पूछा है कि लाइसेंस राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खरीदा गया या मोदी सुरक्षा के लिए खरीदा गया?
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इसके बाद कमलनाथ ने मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिराने में पेगासस का इस्तेमाल होने का अंदेशा जताया। उन्होंने यह भी कहा कि कर्नाटक में सरकार गिराने में पेगासस का इस्तेमाल हुआ।संभावना है मध्य प्रदेश सरकार गिराने में भी उसका इसका हुआ हो।
कमलनाथ अपनी बात से भी मुकर गए। उन्होंने कहा कि मैंने कभी नहीं कहा कि पेगासस मामले में मेरे पास कोई फोन रिकॉर्डिंग की लिस्ट है। साथ ही साथ कमलनाथ ने कहा कि पेगासस स्पाई वेयर 2017 में मार्केट में आया। प्रदेश में अपनी सरकार के वक्त मैंने किसी को फोन टैपिंग के लिए नहीं कहा।