Waqf Bill: लोकसभा के बाद अब राज्यसभा की बारी, किरेन रिजिजू ने पेश किया विधेयक

FacebookTwitterWhatsapp

By अंकित सिंह | Apr 03, 2025

Waqf Bill: लोकसभा के बाद अब राज्यसभा की बारी, किरेन रिजिजू ने पेश किया विधेयक

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक 2025 पेश किया। लोकसभा में 12 घंटे से अधिक समय तक चली बहस के बाद वक्फ संशोधन विधेयक, 2025 पारित होने के बाद आज सभी की निगाहें राज्यसभा पर हैं। एनडीए के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने विधेयक पारित करने का भरोसा जताया है, जबकि विपक्ष का कहना है कि वह विधेयक के खिलाफ मजबूती से खड़ा रहेगा। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि आज की तारीख में 8.72 लाख वक्फ संपत्तियां हैं। 2006 में अगर सच्चर समिति ने 4.9 लाख वक्फ संपत्तियों से 12,000 करोड़ रुपये की आय का अनुमान लगाया था, तो आप कल्पना कर सकते हैं कि आज इन संपत्तियों से कितनी आय हो रही होगी। 

 

इसे भी पढ़ें: 'ध्यान भटकाने के लिए रात 2:00 बजे तक चली संसद', टैरिफ को लेकर इमरान प्रतापगढ़ी का मोदी सरकार पर निशाना


रिजिजू ने राज्यसभा में कहा कि हमने राज्य सरकारों, अल्पसंख्यक आयोगों और वक्फ बोर्डों से बात की और इस विधेयक को संसद में लाया। जेपीसी का गठन किया गया और राज्यसभा और लोकसभा के प्रतिनिधि इसमें शामिल थे। कई लोगों को जेपीसी के परामर्श पर संदेह था। कल लंबी चर्चा के बाद विधेयक लोकसभा में पारित हो गया। किरेन रिजिजू ने कहा, "मैं कांग्रेस पार्टी और उसके सहयोगियों से वक्फ संशोधन विधेयक 2025 का समर्थन करने की अपील करता हूं।"


इससे पहले लोकसभा ने बुधवार को विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्यों के कड़े विरोध के बीच और साढ़े 10 घंटे से अधिक समय तक चर्चा के बाद देर रात करीब दो बजे वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 और मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक, 2024 को पारित कर दिया। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने सदन में वक्फ संशोधन विधेयक पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए सरकार के इस कदम को मुस्लिम विरोधी बताने के कई विपक्षी सदस्यों के दावों को खारिज करते हुए कहा कि इस विधेयक को मुसलमानों को बांटने वाला बताया जा रहा है, जबकि सरकार इसके जरिए शिया, सुन्नी समेत समुदाय के सभी वर्गों को एक साथ ला रही है। 

 

इसे भी पढ़ें: 'जबरदस्ती पारित किया वक्फ विधेयक, यह संविधान पर खुला हमला', Waqf Bill पर सोनिया गांधी ने सरकार को घेरा


उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार तो देश में सबसे छोटे अल्पसंख्यक समुदाय पारसी को भी बचाने के लिए प्रयास कर रही है। रीजीजू ने कहा, ‘‘विपक्ष सरकार की आलोचना कर सकता है, लेकिन यह कहना कि हिंदुस्तान में अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं है, सही नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं खुद अल्पसंख्यक हूं और कह सकता हूं कि भारत से ज्यादा अल्पसंख्यक कहीं सुरक्षित नहीं हैं। हर अल्पसंख्यक समुदाय शान से इस देश में जीवन जीता है।’’ उन्होंने विपक्षी सदस्यों को आड़े हाथ लेते हुए कहा, ‘‘सदन में इस तरह देश को बदनाम करना....आने वाली पीढ़ियां आपको माफ नहीं करेंगी।’’

प्रमुख खबरें

बहराइच के मदरसे में दसवीं का एक भी छात्र अंग्रेजी में नहीं लिख पाया अपना नाम, नोटिस जारी

रुपया शुरुआती कारोबार में 12 पैसे की बढ़त के साथ 85.29 प्रति डॉलर पर

रूस ने यूक्रेन पर हवाई हमले किए, कम से कम चार लोगों की मौत

अमेरिका के हवाई हमले से यमन की राजधानी में आठ लोगों की मौत: हूती विद्रोही