By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 17, 2019
कोलकाता। बीसीसीआई के भावी अध्यक्ष सौरव गांगुली ने स्पष्ट किया है कि वह महेंद्र सिंह धोनी के भविष्य को लेकर राष्ट्रीय चयन समिति की योजनाओं को जानना चाहते हैं और इसके बाद ही इस मुद्दे पर अपना नजरिया रखेंगे। भारत के विश्व कप से बाहर होने के बाद से धोनी ने ब्रेक लिया है और उनके बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचों की टी20 श्रृंखला में जगह बनाने की उम्मीद नहीं है जिसका चयन 24 अक्टूबर को किया जाएगा। धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा नहीं की है लेकिन चयनकर्ता बार-बार अपना इरादा स्पष्ट करते रहे हैं कि अगले साल के विश्व टी20 को ध्यान में रखते हुए वे आगे बढ़ना चाहते हैं।
जल्द ही बीसीसीआई प्रमुख की जिम्मेदारी संभालने वाले गांगुली ने ईडन गार्डन्स में संवाददाओं से कहा कि 24 अक्टूबर को चयनकर्ताओं से बैठक के दौरान मैं उनका रुख जानूंगा। हमें पता चलेगा कि चयनकर्ता क्या सोच रहे हैं और इसके बाद मैं अपना नजरिया रखूंगा। गांगुली ने साथ ही कहा कि वह धोनी से भी बात करना पसंद करेंगे और जानना चाहते हैं कि वह क्या चाहता है। उन्होंने कहा कि हमें देखना होगा कि धोनी क्या चाहता है। मैं उससे भी बात करूंगा कि वह क्या चाहता है और वह क्या नहीं करना चाहता। गांगुली ने कहा कि अभी उनकी कोई भूमिका नहीं है इसलिए धोनी के भविष्य के संदर्भ में वह स्पष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मेरी कोई भूमिका नहीं है इसलिए अभी मैं स्थिति को लेकर स्पष्ट नहीं हूं। अब मैं इसे पता करने की स्थिति में रहूंगा और फिर फैसला करूंगा कि क्या करना है।
इसे भी पढ़ें: मैं भी आम इंसान हूं, बस भावनाओं को काबू में रखता हूं : धोनी
पूर्व भारतीय कप्तान गांगुली ने कहा कि 23 अक्टूबर को एजीएम में प्रभार संभालने के बाद वह चयनकर्ताओं और कप्तान से बात करेंगे। पहले चयन समिति की बैठक 21 अक्टूबर को होनी थी लेकिन अब यह 24 अक्टूबर को होगी। इसके साथ ही देवधर ट्राफी के लिए भारत ए, बी और सी टीमों का चयन भी किया जाएगा। गांगुली से पूछा गया कि कपिल देव की अध्यक्षता वाले पैनल की वैधता पर सवाल उठाए जाने के बाद क्या रवि शास्त्री की नियुक्ति पर चर्चा की जाएगी तो उन्होंने इससे इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि इससे रवि शास्त्री के चयन पर असर पड़ेगा। हालांकि मैं किसी चीज को लेकर तय नहीं हूं। हमने तब भी कोच का चयन किया जबकि हितों के टकराव का मुद्दा था।
इसे भी पढ़ें: टी10 से ओलंपिक का हिस्सा बन सकता है क्रिकेट : आंद्रे रसेल
गांगुली ने साथ ही कहा कि (पांच साल के नियम के अनुसार) देवांग गांधी और जतिन परांजपे चयनकर्ता के रूप में अपने पद पर बरकरार रहने के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि देवांग और जतिन अपने पद पर बरकरार रहने के पात्र हैं। हालांकि कुछ बदलाव होंगे। हमें देखना होगा कि किसके कार्यकाल का कितना समय बचा है। गांगुली ने कहा कि वह पहले ही दिल्ली कैपिटल्स से इस्तीफा दे चुके हैं लेकिन एमसीसी बोर्ड के सदस्य बने रहेंगे। आईसीसी में बीसीसीआई के प्रतिनिधित्व पर गांगुली ने कहा कि इसका फैसला शीर्ष परिषद करेगी। गांगुली ने बताया कि शिखर धवन, ऋषभ पंत, अजिंक्य रहाणे, जसप्रीत बुमराह, जहीर खान, वीरेंद्र सहवाग और हरभजन सिंह के अलावा अर्जुना रणतुंगा, सनथ जयसूर्या और नासिर हुसैन जैसे पूर्व और मौजूदा खिलाड़ियों ने उन्हें बधाई दी है।