By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 03, 2019
नयी दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को कहा कि विधायक एवं भाजपा के पूर्व नेता कुलदीप सिंह सेंगर द्वारा उन्नाव में एक नाबालिग से कथित बलात्कार से उत्पन्न होने वाले मामलों में वह ‘‘निष्पक्ष एवं तेज सुनवायी’’ चाहता है। शीर्ष अदालत ने विशेष न्यायाधीश धर्मेश शर्मा से एक रिपोर्ट मांगी जो उन्नाव बलात्कार से उत्पन्न होने वालों मामलों की सुनवायी कर रहे हैं। न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस की पीठ ने निचली अदालत से छह सितम्बर तक इस बारे में रिपोर्ट मांगी कि सुनवायी पूरी करने के लिए कितना समय चाहिए।
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पीठ ने कहा, ‘‘हम निष्पक्ष सुनवायी चाहते हैं लेकिन साथ ही हम इन मामलों में जल्द सुनवायी भी चाहते हैं।’’ सुनवायी के दौरान सेंगर और अन्य सहआरोपी शशि सिंह के लिए पेश हुए वकील ने कहा कि दुर्घटना मामले में सीबीआई द्वारा आरोपपत्र दायर नहीं किया गया है। पीठ ने कहा कि बेहतर होगा यदि उसे विशेष न्यायाधीश का इस बारे में विचार पता चले कि इन मामलों में सुनवायी पूरी करने के लिए कितना समय लगेगा। पीठ ने मामले को शुक्रवार को अगली सुनवायी के लिए सूचीबद्ध किया।
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गत 19 अगस्त को शीर्ष अदालत ने सीबीआई को सड़क दुर्घटना की जांच पूरी करने के लिए छह सितम्बर तक का समय दिया था जिसमें उन्नाव बलात्कार पीड़िता और उसके वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे जबकि उसकी दो रिश्तेदारों की मौत हो गई थी। न्यायालय ने उससे पहले सीबीआई को जांच पूरी करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया था। शीर्ष अदालत ने समय इस बात को संज्ञान में लेते हुए बढ़ा दिया था कि जांच एजेंसी ने मामले में अभी तक ‘‘व्यापक जांच’’ की है।