By अभिनय आकाश | Aug 10, 2021
भारत की ताकत पिछले कुछ सालों में उतनी ज्यादा बढ़ चुकी है। इसका अंदाजा इस बात से लगता है जब बाकी देशों को समुद्री सुरक्षा पर डिबेट की जानकारी दी गई और बताया गया कि इसे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद ही वर्चुअल मोड से चीयर करेंगे। जितने भी सदस्य देश इस डिबेट में हिस्सा ले रहे थे, उनमें से लगभग सभी सदस्य देशों ने अपनी सरकार के सबसे मुख्य व्यक्ति भेजा। वैसे इस तरह की मीटिंग में सभी देशों के यूएन में रिप्रजेंटेटिव या फिर डिप्टी रिप्रजेंटेटिव ही इस तरह की मीटिंग को अटेंड करते हैं। लेकिन समुद्री सुरक्षा पर डिबेट में 10 देशों ने अपने मंत्री भेजे। वियतनाम के पीएम शामिल हुए। जबकि दो देशों के राष्ट्रपति ने भी ये डिबेट अटेंड की। डिबेट का हाईलाइट रूस के राष्ट्रपति ब्लादीमीर पुतिन का उपस्थित रहना था।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने समुद्री सुरक्षा पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की उच्च स्तरीय बहस में हिस्सा लिया और बैठक बुलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। वीडियो कॉन्फ्रेंस इवेंट के दौरान, पुतिन ने पीएम मोदी से कहा कि उनकी पहल उस रचनात्मक भूमिका के अनुरूप है जो भारत ने पारंपरिक रूप से अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में निभाई है। पुतिन ने कहा, "मैं इस बैठक को आयोजित करने और इस तरह की उपयोगी पहल के लिए अपने भारतीय दोस्तों को धन्यवाद देता हूं। मैं फिर से पुष्टि करना चाहता हूं कि रूसी संघ अपने सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में समुद्र में अपराध का मुकाबला करने के सामान्य कार्यों के लिए प्रतिबद्ध है। हम इसके लिए तैयार हैं। इस विषय पर समान अंतरराष्ट्रीय सहयोग के विकास को और बढ़ावा देना हमारा लक्ष्य है।"