मध्य प्रदेश में स्थित है मां के प्राचीन मंदिर और शक्तिपीठ, श्रृद्धालुओं का लगा रहता है तांता, महाभारत से भी जुड़ा है इतिहास

FacebookTwitterWhatsapp

By दिव्यांशी भदौरिया | Mar 31, 2025

मध्य प्रदेश में स्थित है मां के प्राचीन मंदिर और शक्तिपीठ, श्रृद्धालुओं का लगा रहता है तांता, महाभारत से भी जुड़ा है इतिहास

हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का त्योहार बेहद ही महत्वपूर्ण माना जाता है। 30 मार्च से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है और इसका समापन 7 अप्रैल को होगा। अगर आप कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं या फिर किसी शक्तिपीठ मंदिर का दर्शन करना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है। इस नवरात्रि के मौके पर आप भी मध्य प्रदेश को प्राचीन मंदिरों और शक्तिपीठों के बारे में बताने जा रहे हैं। मान्यता है कि माता के इन मंदिरों पर जाने से माता का आशीर्वाद प्राप्त होता है।


हरसिद्धि देवी शक्तिपीठ


मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित हरसिद्धि देवी शक्तिपीठ की मान्यता बेहद प्रचलित है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, यहां पर माता सती की कोहनी गिरी थी। यह शक्तिपीठ रुद्र सागर तालाब के पश्चिमी तट पर स्थित है। माना जाता है कि माता दिन में गुजरात और रात को उज्जैन में निवास करती हैं।


शोण नर्मदा शक्तिपीठ


मध्य प्रदेश के अमरकंटक में स्थित शोण नर्मदा शक्तिपीठ है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, यहां पर माता सती का दायां नितंब गिरा था। यह शक्तिपीठ नर्मदा नदी का उद्गम माना जाता है। इसलिए भक्तजन देवी मां की नर्मदा के रुप में पूजा-अर्चना करते हैं। इस शक्तिपीठ को शोणाक्षी शक्तिपीठ के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर माता की मूर्ति पर सुनहरा मुकुट और चांदी का चबूतरा देखकर आप खुश हो जाओगे। इस मंदिर तक आपको पहुंचने के लिए 100 सीढ़िया चढ़नी पड़ती है।


मैहर माता मंदिर


नवरात्रि के दौरान आप मध्य प्रदेश के इस लोकप्रिय मंदिर का दर्शन जरुर करें। एमपी के सतना जिले में त्रिकुट पहाड़ी पर मैहर माता विराजित है। नवरात्रि के समय में यहां काफी भीड़ देखने को मिलती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, यहां पर माता सती हार गिरा था। मैहर माता मंदिर पहुंचने के लिए भक्तों को 1063 सीढ़िया चढ़नी पड़ती है। इस मंदिर में जाने के लिए भक्तो के लिए रोपवे सेवा भी मौजूद है।


पीतांबरा पीठ


मध्य प्रदेश के दतिया जिले में स्थित मां पीतांबरा का मंदिर काफी लोकप्रिय है। यहां पर मां बगलामुखी को पीतांबरा रुप में पूजा अर्चना की जाती है। नवरात्र में यहा विशेष पूजा का भी आयोजन होता है। इतना ही नहीं, इस मंदिर में महाभारत काल का वनखंडेश्वर महादेव मंदिर और धूमावकी माता का मंदिर भी है। 

प्रमुख खबरें

KKR vs PBKS Highlights: बारिश के कारण कोलकाता नाइट राइडर्स और पंजाब किंग्स के बीच मैच हुआ रद्द, श्रेयस अय्यर की टीम को हुआ फायदा

वह प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं... विराट कोहली को लेकर उठे सवाल पर आरसीबी कोच ने दिया बेबाक बयान

KKR vs PBKS मैच बारिश के कारण बीच में रोका गया, जानें कितनी देर में होगा शुरू?

वैभव सूर्यवंशी को रवि शास्त्री ने दी करियर की सबसे बड़ी सीख, मान ले तो बन जाएगी जिंदगी, जानें पूर्व दिग्गज ने क्या कहा?