By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 15, 2021
अहमदाबाद। कप्तान विराट कोहली (नाबाद 73) और पदार्पण कर रहे ईशान किशन (56) के अर्धशतकों की बदौलत भारत ने रविवार को यहां दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में शानदार वापसी करते हुए इंग्लैंड को 13 गेंद रहते सात विकेट से हराकर पांच मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर कर ली। इंग्लैंड ने पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में भारत को आठ विकेट से हराया था। कोहली ने अपनी अर्धशतकीय पारी के दौरान 49 गेंद का सामना किया जिसमें पांच चौके और तीन छक्के जड़े थे। कोहली ने 18वें ओवर में क्रिस जोर्डन की गेंद को छक्के के लिये पहुंचाकर टीम को जीत दिलायी और टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 3000 रन भी पूरे किये। वह टी20 अंतरराष्ट्रीय में ऐसा करने वाले पहले खिलाड़ी है। किशन ने 32 गेंद में पांच चौके और चार छक्के से 56 रन बनाये। कोहली और किशन ने दूसरे विकेट के लिये 94 रन की भागीदारी निभायी। इस तरह किशन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार पदार्पण किया।
भारतीय गेंदबाजों ने अंतिम पांच ओवर में कसी गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड को छह विकेट पर 164 रन ही बनाने दिये थे। भारत ने यह लक्ष्य 17.5 ओवर में तीन विकेट पर 166 रन बनाकर हासिल कर लिया। भारत की शुरूआत भी इंग्लैंड की तरह हुई और उसने भी पहले ही ओवर में पहला विकेट लोकेश राहुल (शून्य) के रूप में गंवा दिया जो सैम कुरेन की गेंद पर बल्ला छुआकर विकेटकीपर जोस बटलर को कैच दे बैठे। लेकिन कोहली और किशन ने मिलकर पावरप्ले में 50 रन पूरे कराये। अगले ही ओवर में दोनों के एक एक छक्के की बदौलत टीम ने 17 रन जोड़े। इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन इस भागीदारी को तोड़ने के लिये बेताब थे, उन्होंने आदिल राशिद को आठवें ओवर में गेंदबाजी के लिये उतारा जिसमें आठ रन बने। किशन ने राशिद के दूसरे ओवर की शुरूआत लगातार दो गगनचुंबी छक्के जड़कर की लेकिन अंतिम गेंद पर पगबाधा आउट हो गये। इस तरह भारत का स्कोर 10 ओवर में दो विकेट पर 94 रन हो गया। मेजबान टीम को जीत के लिये 60 गेंद में 71 रन बनाने थे। अब विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत क्रीज पर थे, जिन्होंने आते ही आक्रामक खेल जारी रखा। हालांकि वह ज्यादा देर तक क्रीज पर नहीं टिक सके और 13 गेंद में दो चौके और दो छक्के से 26 रन बनाने के बाद क्रिस जोर्डन का शिकार बने। कोहली ने 16वें ओवर में कुरेन की गेंद पर शानदार छक्का जड़कर 35 गेंद में तीन चौके और दो छक्के से 53 रन बनाकर अर्धशतक पूरा किया।
श्रेयस अय्यर ने दूसरे छोर पर उनका अच्छा साथ दिया और आठ रन बनाकर नाबाद रहे। इससे पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद इंग्लैंड को जोस बटलर (शून्य) के रूप में शुरूआती झटका लगा जो पारी की तीसरी गेंद पर भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। जेसन रॉय (35 गेंद में 46 रन) और डेविड मलान (23 गेंद में 24 रन) ने 47 गेंद में 63 रन की भागीदारी निभाकर इंग्लैंड की पारी को आगे बढ़ाया। लेकिन इस खतरनाक दिख रही भागीदारी का अंत युजवेंद्र चहल ने नौंवे ओवर में किया जब मलान भारत के सफल रिव्यू में पगबाधा आउट हुए। रॉय ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी जारी रखी। लेकिन जब वह खतरनाक दिखने लगे तभी 12वें ओवर में वाशिंगटन सुंदर की गेंद पर डीप स्क्वायर लेग में भुवनेश्वर कुमार के कैच लपकने से आउट हुए। वाशिंगटन सुंदर ने अगले ओवर में इंग्लैंड को फिर एक झटका दिया जब जॉनी बेयरस्टो (20) डीप स्क्वायर लेग में उनकी गेंद पर पदार्पण कर रहे सूर्यकुमार यादव के हाथों कैच आउट हुए। मोर्गन (20 गेंद में 28 रन) पवेलियन लौटने वाले अगले खिलाड़ी रहे जो बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में शारदुल ठाकुर की धीमी गेंद पर बल्ला छुआकर स्टंप के पीछे ऋषभ पंत को कैच दे बैठे। इंग्लैंड का स्कोर 15वें ओवर में चार विकेट पर 130 रन था और टीम 200 रन के करीब लक्ष्य देने की ओर बढ़ रही थी लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी करते हुए अंतिम पांच ओवर में केवल 34 रन दिये। वाशिंगटन सुंदर और शारदुल ने ने 29-29 रन देकर दो दो विकेट चटकाये।