मध्य प्रदेश में फिर दिख सकता है VIP कल्चर, नेताओं को है लालबत्ती का इंतजार

By दिनेश शुक्ल | Aug 31, 2019

भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार जल्दी वीआईपी संस्कृति यानी लालबत्ती को फिर से शुरू कर सकती है। जिसको लेकर सरकारी स्तर पर प्रयास शुरू हो गए हैं। 01 मई, 2017 से इस पर पूरे देश में प्रतिबंध है। केंद्र की मोदी सरकार ने लाल बत्ती कल्चर को खत्म करते हुए कैबिनेट में यह फैसला लिया था। जिसके बाद पूरे देश से लाल बत्ती सिर्फ 5 गणमान्य व्यक्तियों की गाड़ियों पर ही नजर आ सकती थी। इसमें राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और लोकसभा स्पीकर शामिल है।

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फैसले को लागू करने के लिए सेंट्रल मोटर व्हीकल रूल 1989 में बदलाव करने की बात उस समय के वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कही थी। इसी नियम के तहत केंद्र और राज्य सरकारें वीआईपी को गाड़ियों के ऊपर लाल और नीली बत्ती लगाने की अनुमति देती है। इस नियम का रूल 108 (1) (3) कहता है कि (iii) a vehicle carrying high dignitaries as specified by the Central Government or the State Government, as the case may be, from time to time; यानी केंद्र सरकार और राज्य सरकारें यह तय करेगी कि इन गाड़ियों के ऊपर लाल और नीली बत्ती लग सकती है। लेकिन केंद्र सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी कर इस नियम की बत्ती गुल कर दी थी। 

उस समय कांग्रेस के प्रवक्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने मोदी सरकार के इस फैसले पर सवाल खड़े करते हुए कहा था कि मोदी सरकार का यह फैसला कोई नया नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने 10 दिसंबर 2013 को आदेश दिया था कि किन वाहनों पर बत्तियां लगाई जाएं। उन्होंने कहा कि निर्णय के 3 वर्षों बाद यदि भाजपा इस पर राजनीति करने की कोशिश कर रही है और नैतिक बनने की कोशिश कर रही है तो यह हास्यास्पद है।

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वही अब मध्यप्रदेश में सरकार बनने के बाद कांग्रेस यहां लालबत्ती कल्चर फिर से शुरू कर सकती है। इसके लिए सरकार कैबिनेट में प्रस्ताव लाकर इस पर निर्णय लेगी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश सरकार में सहकारिता मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने इसका समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि लालबत्ती से विशिष्ट व्यक्ति की पहचान हो जाती है। इसके लिए वह मुख्यमंत्री से चर्चा भी करेंगे और अगर प्रस्ताव आता है तो वह उसे लागू करने के लिए समर्थन करेंगे। मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि गाड़ियों पर लालबत्ती न लगी होने के चलते कई अधिकारियों के साथ लोगों ने अभद्रता भी की इसे देखते हुए इस पर विचार होगा। कुल मिलाकर आने वाले दिनों में मध्यप्रदेश के मंत्रियों और प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ी पर लालबत्ती नजर आ सकती है। जिसके लिए सरकार ने प्रयास शुरू कर दिए है।

स्वामी चिन्मयानंद से जुड़ा मामला जानने के लिए देखें वीडियो:

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