By प्रज्ञा पांडेय | Dec 04, 2024
आज विनायक चतुर्थी है, इस दिन प्रथम पूज्य भगवान गणेश जी की पूजा-अर्चना करने से लोगों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और घर में सुख-शांति का वास होता है, तो आइए हम आपको विनायक चतुर्थी व्रत की पूजा विधि और महत्व के बारे में बताते हैं।
जानें विनायक चतुर्थी के बारे में
हिन्दू धर्म में विनायक चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित एक महत्वपूर्ण पर्व है। गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए दान का भी विशेष महत्व होता है। विनायक चतुर्थी के दिन दान करना बहुत शुभ माना जाता है। दान करने से न केवल भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं बल्कि लोगों को मानसिक रूप से शांति और संतुष्टि का अनुभव होता है, इसलिए, विनायक चतुर्थी के दिन जरूरतमंद लोगों की मदद करें और दान करें। इस दिन सभी लोगों के विघ्न दूर करने वाले देवता भगवान गणेश की पूजा का विधान है। इस दिन भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा करने पर लोगों को सभी इच्छाएं पूरी होती हैं और जीवन में आने वाले कष्टों से छुटकारा मिलता है। इसके साथ ही घर में हमेशा सुख-समृद्धि का वास बना रहता है और जीवन में कभी पैसों की कमी नहीं रहती है। दिसम्बर महीने में विनायक चतुर्थी 4 दिसम्बर को पड़ रही है।
विनायक चतुर्थी पर इन चीजों का करें दान, मिलेगा लाभ
पंडितों के अनुसार भगवान गणेश को मोदक बहुत प्रिय हैं। इसलिए विनायक चतुर्थी के दिन लोगों को प्रसाद के रूप में मोदक बांटना शुभ माना जाता है। फलों का दान करने से लोगों को स्वास्थ्य लाभ होता है और घर में खुशहाली आती है और मिठाई का दान करने से मन प्रसन्न होता है और रिश्ते मधुर होते हैं। वस्त्र का दान करने से गरीबों की मदद होती है और पुण्य मिलता है। इसके अलावा अन्न का दान करने से भूखे लोगों का पेट भरता है और घर में अन्न की कभी कमी नहीं होती है। गरीबों और जरूरतमंदों को धन का दान अवश्य करें, इससे लोगों की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और जीवन में कभी पैसों की कमी नहीं होती है। विनायक चतुर्थी के मौके पर जरूरतमंद लोगों को कपड़े अवश्य दान करें। इससे उनकी दुआएं लगती है और जीवन में सभी परेशानियां खत्म हो जाती हैं।
विनायक चतुर्थी पर दान करते समय इन बातों का रखें ध्यान
शास्त्रों के अनुसार दान करते समय मन में किसी प्रकार की अपेक्षा नहीं रखनी चाहिए। दान हमेशा जरूरतमंद लोगों को ही देना चाहिए। मुस्कुराते हुए दान करने से दान का पुण्य कई गुना बढ़ जाता है। दान करते समय ‘ॐ गण गणपतये नमः’ मंत्र का जाप करें. इस मंत्र का जाप करने से दान का फल अधिक मिलता है।
विनायक चतुर्थी का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 04 दिसंबर को दोपहर 01 बजकर 10 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इसका समापन 05 दिसंबर को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर होगा। इस दिन चन्द्रास्त का समय रात 09 बजकर 07 मिनट है। साधक 05 दिसंबर को विनायक चतुर्थी का व्रत रख सकते हैं।
विनायक चतुर्थी के दिन ऐसे करें पूजा
पंडितों के अनुसार विनायक चतुर्थी का दिन बहुत खास होता है इसलिए विनायक चतुर्थी के दिन सुबह जल्दी उठें और स्नान करने के बाद साफ वस्त्र धारण करें। इसके बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें। घर और मंदिर की सफाई कर चौकी पर साफ कपड़ा बिछाकर भगवान गणेश की मूर्ति को विराजमान करें। इसके बाद गणपति बप्पा को फल, फूल, धूप समेत आदि चीजें अर्पित करें। देसी घी का दीपक जलाकर विधिपूर्वक आरती करें और मंत्रों का जप करें। इसके बाद फल और मोदक समेत आदि चीजों का भोग लगाएं। जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए कामना करें। अंत में लोगों में प्रसाद का वितरण करें।
जानें विनायक चतुर्थी का महत्व
हिन्दू धर्म में विनायक चतुर्थी व्रत का बड़ा महत्व है। विनायक चतुर्थी पर सच्चे मन से बप्पा की पूजा करने से सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। विनायक चतुर्थी को वरद विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। जो श्रद्धालु विनायक चतुर्थी का उपवास करते हैं भगवान गणेश उसे ज्ञान और धैर्य का आशीर्वाद देते हैं। ये व्रत करने से साधक को सभी प्रकार के कष्टों और संकटों से छुटकारा मिल जाता है।
विनायक चतुर्थी पर विवाह में आ रही बाधाओं के लिए करें ये उपाय
विवाह योग्य युवक-युवतियों को अपने कमरे में गणेश जी की तस्वीर लगाकर उनकी पूजा करनी चाहिए। गणेश चालीसा का नियमित रूप से पाठ करने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं। विवाह के लिए गणेश मंदिर में जाकर दर्शन करना चाहिए, इससे जल्द ही विवाह बनने लगते हैं।
कारोबार में वृद्धि के लिए विनायक चतुर्थी पर करें ये उपाय
पंडितों के अनुसार दुकान या कार्यालय में गणेश जी की मूर्ति स्थापित करने से कारोबार में वृद्धि होती है। कारोबार स्थल पर गणेश यंत्र स्थापित करने से धन लाभ होता है। गणेश जी को हल्दी का तिलक लगाने से कारोबार में सफलता मिलती है।
- प्रज्ञा पाण्डेय