By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 15, 2023
भारतीय जनता पार्टी की कर्नाटक इकाई के नवनियुक्त अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने बुधवार को औपचारिक रूप से यहां राज्य पार्टी कार्यालय में अपना कार्यभार संभाल लिया और अगले वर्ष होने वाले संसदीय चुनाव में राज्य की सभी लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया। ताकत और एकता प्रदर्शित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा, बसवराज बोम्मई और डी वी सदानंद गौडा तथा पार्टी के वरिष्ठ नेता इस दौरान मौजूद थे। येदियुरप्पा के बेटे तथा विधायक विजयेंद्र (47) को दस नवंबर को इस पद पर नियुक्त किया गया था। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि वह पार्टी नेतृत्व की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए ईमानदारी से काम करेंगे। विजयेंद्र ने कहा,‘‘ मैं पार्टी नेतृत्व और प्रत्येक ‘कार्यकर्ता’ को आश्वस्त करना चाहता हूं कि पार्टी के लिए ईमानदारी से काम करूंगा।
मैंने संसदीय चुनाव में राज्य की सभी 28 लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया है।’’ उनके अनुसार, यह लक्ष्य ऐसा है जिसे हासिल किया जा सकता है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ जब मेरे पिता येदियुरप्पा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 25 सीट जीतने का लक्ष्य रखा था तो बहुत से लोगों ने इसका मजाक उड़ाया लेकिन उन्होंने यह कर दिखाया।’’ उन्होंने राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब से सिद्धरमैया की सरकार बनी है तब से राज्य में ‘‘ एक भी निवेश नहीं आया।’’ विजयेंद्र ने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था इतनी खराब है कि विपक्ष के विधायकों को छोड़िए, सरकार कांग्रेस विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों में भी विकास कार्य नहीं करा पा रही है।
उन्होंने कहा कि इन सबसे ऊपर, सूखे के हालात ने राज्य के किसानों को बुरी तरह से प्रभावित किया है। उन्होंने इस पद पर नियुक्त किए जाने के लिए भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें भरोसा दिलाया कि वह उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए तथा ‘‘प्रत्येक पार्टी कार्यकर्ता की सेवा’’ के लिए कड़ी मेहनत करेंगे। विजयेंद्र पहले भी पार्टी की राज्य इकाई के महासचिव तथा उपाध्यक्ष रह चुके हैं। इससे पहले नलिन कुमार कटील यह जिम्मेदारी संभाल रहे थे। दक्षिण कन्नड़ से तीन बार लोकसभा सदस्य रहे कटील ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के रूप में अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा कर लिया था और पिछले साल उन्हें विस्तार दिया गया था। विजयेंद्र ने कहा कि उन्हें पहले भी पार्टी कार्यकर्ता के तौर पर जिम्मेदारी दी गई थी। उन्होंने कहा कि सभी को साथ लेकर पार्टी संगठन को आगे बढ़ाना, उसे मजबूत करना तथा लोकसभा चुनाव में अधिक से अधिक सीट जीतना उनके समक्ष मुख्य चुनौतियां होंगी।