By रेनू तिवारी | Feb 17, 2021
हॉलीवुड में शानदार स्टंट करने वाले सुपरमैन के पास काफी विद्युत शक्तियां होती है जिसकी आग से वह दुश्मन को जलाने की ताकत रखता है। वहीं बॉलीवुड के सुपरमैन विद्युत जामवाल है जिनके पास सुपरमैन जैसे स्टंट करने की ताकत असल में हैं। कम शब्दों में विद्युत जामवाल की तरीफ की जाए तो बॉलीवुड में अब तक उनके जैसा एक्शन एक्टर कोई दूसरा नहीं देखा गया है। विद्युत जामवाल पिछले कुछ सालों में बॉलीवुड में काफी एक्टिव हो गये हैं। एक तरफ वह अपने एक्शन से धड़कन की रफ्तार बढ़ा देते है वहीं दूसरी तरफ अपनी एक्टिंग से घायल, आखिर एक फैन की हालत वो कैसी कर देते होंगे इसका अंदाजा आप खुद लगा लिजिए।
साल 2020 में उसकी दो फिल्में खुदा हाफिज और यारा ने धूम मचाई थी औस 2021 में अब वह द पावर लेकर आये हैं। फिल्म 14 जनवरी को ओटीटी प्लेटफॉर्म जी प्लेक्स पर टिकट के साथ रिलीज हुई थी। अब फिल्म को जी5 पर प्रीमियम वाले दर्शकों के लिए भी रिलीज कर दिया गया है, यानी अगर आपके पास जी5 है तो आप यह फिल्म फ्री में बाकी फिल्मों की तरह देख सकते हैं। द पावर हॉलीवुड फिल्म द गॉडफादर की कहानी से प्रेरित है। निर्देशक महेश मांजरेकर ने इस फिल्म को बिना सिर-पैर वाले लॉजिक दिए शानदार तरीके से बनाया है। महेश मांजरेकर ने बॉलीवुड में वास्तव और अस्तित्व जैसी शानदार फिल्में बनाई हैं।
फिल्म द पावर की कहानी
फिल्म द पावर की कहानी की बात करें तो कहानी एक ठाकुर परिवार की है जिसका ताल्लुक अपराध की दुनिया से है। क्राइम लॉर्ड कालिदास ठाकुर (महेश मांजरेकर) के दो बेटे हैं- रामदास ठाकुर और देवी दास ठाकुर। फिल्म में देवी का किरदार विद्युत जामवाल और रामदास का जीशू सेनगुप्ता ने निभाया है। कालिदास ड्रग्स का बिजनेस नहीं करते है जिसके कारण उनके पार्टनर राना (सचिन खेडेकर) से उनकी दुश्मनी हो जाती है। राना दुश्मन से बदला लेने के लिए प्लानिंग करता है और देवी से उसकी प्रेमिका परी (श्रुति हसन) का रिश्ता खत्म करवा देता है। परी और देवी एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं लेकिन धोखे के कारण परी देवी और ठाकुर खानदान को खत्म करने की कसम खाती है और ठाकुर परिवार के दुश्मन राना के साथ समझौता कर लेती है। अब क्या परी और देवी का प्यार दुश्मनी में बदलेगा? क्या ठाकुर परिवार का नामोनिशान मिट जाएगा? इन तामाम सवालों के जवाब के लिए आप द पावर देख सकते हैं।
द पावर रिव्यू
फिल्म 2 घंटे 33 मिनट की है और इन ढाई घंटो में आप फिल्म से एक मिनट के लिए भी बोर नहीं होंगे। फिल्म की कहानी आपको बांध कर रखती है। ठाकुर परिवार में एक के बाद एक नये ट्विस्ट आते रहते हैं जो कहानी को काफी दिलचस्प बनाते हैं। फिल्म में एक लंबी चौड़ी स्टार कास्ट है जिसका यूज निर्देशक ने बहुत ही अच्छे से किया है। फिल्म में विद्युत जामवाल और श्रुति हासन सहित महेश मांजरेकर, जीशु सेनगुप्ता, सचिन खेडेकर, प्रतीक बब्बर, सोनल चौहान, समीर धर्माधिकारी जैसे कलाकार है और हर किरदार का अपना महत्व है। फिल्म में सभी ने अपने किरदार से न्याय किया है। विद्युत जामवाल की एक्टिंग स्किल पहले की तुलना में बहुत अच्छी हो गयी है। वह देवी के किरदार में काफी जच रहे हैं। देवी के किरदार के दो रूप है एक पिता के हत्यारों को से बदला लेने की गुस्सैल रुप और दूसरा परी के प्यार में पड़ा आशिक। दोनों परतों को विद्युत ने पर्दे पर जिया है। श्रुति हासन ने काफी निराश किया है। फिल्म में उनकी भूमिका मजबूत है लेकिन उनका अभिनय काफी कमजोर। उनके चेहरे पर किसी भी तरह का कोई एक्सप्रेशन ही नहीं दिखता। वहीं बंगाली एक्टर जीशू सेनगुप्ता का किरदार काफी गरम दिमाग वाले आदमी का है और जीशू ने अपनी प्रतिभा से फिल्म में जान डाल दी, यकीन मानिये जब भी पर्दे पर वह आते है क्षण भर के लिए भी निराश नहीं करते। कुल मिलाकर वीकेंड पर एक अच्छी फिल्म देखने का मन है तो आप परिवार के साथ द पावर देख सकते हैं। अपको फिल्म निराश नहीं करेगी।