मेरठ। उत्तर प्रदेश में साल 2022 में विधानसभा का चुनाव होने वाले है और चुनाव को लेकर भाजपा में चुनावी सरगर्मियां शुरू हो चुकी है। विधानसभा चुनाव को देखते हुए पश्चिम उत्तर प्रदेश में भाजपा एक बार फिर अपनी पेंठ बनाने में जुट गई है। किसान आंदोलन को देखते हुए भाजपा ने किसानों को रिझाने के लिए अपने प्रयास शुरू कर दिए हैं। विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के लिए किसान आंदोलन की तपिश को शांत करना बहुत जरूरी है। जिसमें पार्टी लगातार विफल हो रही है, इसलिए जनप्रतिनिधियों को भेजकर किसानो से समय-समय पर संवाद कराया जा रहा है। पश्चिमी यूपी किसान आंदोलन की धुरी है इसलिए पार्टी का मुख्य फोकस इसी इलाके में हैं। लगातार यहां बड़े नेताओं का आना लगा हुआ है।
यही कारण था कि यूपी बीज विकास निगम के उपाध्यक्ष राजेश्वर सिंह वेस्ट यूपी के दौरे पर निकले। मंगलवार को आगरा, अलीगढ़, बुलंदशहर होते हुए उपाध्यक्ष मेरठ पहुंचे। यहां बीज भंडारण केंद्रों को देखा किसानों से संवाद किया। वर्तमान योगी सरकार में यूपी बीज विकास निगम के उपाध्यक्ष राजेश्वर सिंह के इस दौरे का मुख्य कारण किसानों से बात कर उन्हें योगी सरकार की योजनाओं की जानकारी देना और साधना था। उपाध्यक्ष जहां भी गए अलग से किसानों से संवाद किया। जहां किसान कम थे वहां किसानों को बुलाकर बैठाया और समस्या पूछी। एक दिन में 5 जिलों का निरीक्षण कर किसानों का हाल भी जाना। बीज गुणवत्ता और खेती के बहाने शायद उपाध्यक्ष चुनाव से पहले किसानों की नब्ज टटोलने आए थे।
उपाध्यक्ष एक दिन में वेस्ट यूपी के पांच जिलों में पहुंचे। आगरा, अलीगढ़, बुलंदशहर से होकर देर शाम मेरठ आए फिर मुजफ्फरनगर चले गए। हर जिले में अफसरों के साथ बैठक कर बीज भंडारण व वितरण केंद्रों को देखा। किसानों से अकेले में संवाद किया। जानकारी के अनुसार किसानों ने भुगतान समय पर न मिलने और बीज का वितरण सही न होने की समस्या रखी। कुछ किसानों ने समय पर बीज न मिलने की परेशानी बताई। राजेश्वर सिंह ने बताया कि 20 अगस्त के बाद किसानों को बीज वितरण प्रारंभ होगा। उन्नत बीज किसानों को दिया जाए इसके लिए सारी व्यवस्थाएं बना रहे हैं। बीज की सफाई, ग्रेडिंग करने का काम 20 अगस्त से पहले पूरा करने का निर्देश दिया है। उन्होंने यहां बीज विधायन संयंत्र, बीज केंद्रों, बीजों का उत्पादन व भंडारण भी देखा।