By अभिनय आकाश | Jun 04, 2022
कर्नाटक के मांड्या जिले में जामिया मस्जिद की परिधि के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हिंदू संगठनों ने शनिवार को मस्जिद के बाहर हनुमान चालीसा का जाप करने और विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया था। जिसके बाद मांड्या में जामिया मस्जिद के बाहर सैकड़ों की तादाद में बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता जुट गए। विहिप की और बजरंग दल की ओर से जामिया मस्जिद को मंदिर बताते हुए हनुमान चालीसा का जाप करने की बात कही गई। हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं की भीड़ देखते हुए पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
मांड्या के श्रीरंगपटना तालुक में जामिया मस्जिद के बाहर बैरिकेड्स लगाए गए हैं। कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस (केएसआरपी) की पांच प्लाटून और अन्य सुरक्षा बलों को क्षेत्र में तैनात किया गया है। कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र द्वारा सावधानी बरतने के निर्देश जारी करने के बाद जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है। विरोध की आशंका में निषेधाज्ञा पहले से ही लागू है। सीआरपीसी की धारा 144 के तहत प्रतिबंध किसी भी प्रकार की सार्वजनिक सभा को प्रतिबंधित करते हैं और 3 जून को दोपहर 3 बजे से 5 जून को दोपहर 12 बजे तक प्रभावी रहेंगे।
गौरतलब है कि विहिप और बजरंग दल ने 20 मई को मांड्या जिला आयुक्त को एक ज्ञापन सौंपकर मांग की कि जामिया मस्जिद में ज्ञानवापी मस्जिद की तर्ज पर सच्चाई का पता लगाने के लिए एक सर्वेक्षण किया जाए। हिंदू संगठनों ने दावा किया है कि मस्जिद का स्थान पहले एक हनुमान मंदिर था, जिसे ध्वस्त कर दिया गया था और उसके ऊपर मस्जिद बनाई गई थी। हिंदू संगठनों ने मांड्या के कुवेम्पु सर्कल से विवादित मस्जिद तक श्रीरंगपटना चलो नाम से एक विरोध मार्च का आह्वान किया था। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों से अनुमति मांगी थी लेकिन अनुमति से इनकार कर दिया गया था। इसके बावजूद समूह विरोध मार्च निकाल रहे हैं।