बड़ी रोचक है भाजपा की राजनीतिक विकास यात्रा

By मृत्युंजय दीक्षित | Apr 06, 2022

भारतीय जनता पार्टी 6 अप्रैल को अपना स्थापना दिवस मनाती है। राष्ट्रवादी दल के रूप में पूरे भारत में अपनी पहचान बना चुकी भाजपा का वर्तमान में अब तक का सर्वश्रेष्ठ दौर चल रहा है। श्रीरामजन्मभूमि  मंदिर आन्दोलन को राजनैतिक समर्थन देने के साथ ही  भाजपा की उर्ध्वगामी यात्रा प्रारंभ हो गयी थी। 1984 में मात्र दो सीटों वाली भारतीय जनता पार्टी के ग्राफ में लगातार वृद्धि ही होती रही है। इस विकास यात्रा में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी व रथयात्राओं के महानायक श्री लालकृष्ण आडवाणी जी का अप्रतिम योगदान है। आज 17 राज्यों में भाजपा की अपनी अथवा अपने सहयोगियों के साथ सरकारें हैं, यानि केंद्र के साथ साथ 44 प्रांतीय भूभाग भाजपा शासित है।

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भाजपा को वर्ष 1989 में 85 सीटों पर जीत मिली और उसने वीपी सिंह के नेतृत्व में नेशनल फ्रंट की सरकार को समर्थन दिया था। राजनैतिक उथल-पुथल के बीच भाजपा ने समर्थन वापस लिया और उसके बाद 1991 में भाजपा को 120 सीटों पर विजय हासिल हुई। 1996 में 165 सीटों के साथ बीजेपी सबसे बड़े दल के रूप में उभरकर सामने आयी और अटल बिहारी बाजपेयी के नेतृत्व में सरकार बनी तो लेकिन वह मात्र 13 दिनों में ही गिर गयी थी। 1998 में भाजपा को 182 सीटों पर जीत हासिल हुई थी और एनडीए की सरकार बनी लेकिन वह सरकार भी मात्र 13 माह में ही गिर गई थी। 1999 में एक बार फिर भाजपा को 182 सीटें मिली और राजग ने 303 सीटों पर जीत हासिल की अटल बिहारी वाजपेयी एक बार फिर देश के प्रधनमंत्री बने और सरकार ने अपना कार्यकाल पूरा किया। उसके बाद 2004 में भाजपा ने उदय भारत के नारे के साथ मैदान में उतरी जो पूरी तरह से विफल साबित हुआ और राजग को अप्रत्याशित पराजय का सामना करना पड़ा था। भाजपा को मात्र 13 सीटों पर ही सफलता मिली थी। 2009 में भी भाजपा को एक बार फिर हार मिली और 116 सीटों के साथ भाजपा मुख्य विपक्षी दल रही। 2014 में पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में शानदार तरीके से केंद्र की सत्ता में वापस आई और 2019 में विजय का एक नया इतिहास रचा।


वर्तमान समय में प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी की लोकप्रियता चरम पर है व भाजपा शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों की लोकप्रियता काफी बढ़ी है। अभी पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के दौरान किसान आंदोलन सहित कई  छोटी -मोटी आपराधिक घटनाओं को लेकर भाजपा के खिलाफ प्रचार प्रसार किया गया लेकिन वह सभी धराशायी हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भिन्न भिन्न पार्टी अध्यक्षों के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी प्रतिदिन उत्कर्ष के नये शिखर छू रही है। पार्टी ने  देश की जनता के साथ जो वादे किये हैं तथा विकास के लिए जो लक्ष्य निर्धारित कर रखे हैं उन सभी लक्ष्यों को प्राणप्रण के साथ पूरा कर रही है।

 

जिन आकांक्षाओं के साथ हिन्दू समाज भाजपा को समर्थन दे रहा है पार्टी शनैः शनैः उनकी पूर्ति की दिशा में बढ़ रही है, श्री रामजन्मभूमि आंदोलन के साथ शुरू हुई यात्रा का प्रतिफल देखने को मिला है और माननीय सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक निर्णय के पश्चात अब अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण कार्य प्रारम्भ हो गया है। काशी विश्वनाथ धाम अपने प्राचीन वैभव को पुनः प्राप्त  कर रहा है। इसी प्रकार जम्मू कश्मीर को लेकर भारतीय जनता पार्टी संकल्पवान थी अब वहां पर धारा -370 और अनुच्छेद 35 ए की समाप्ति हो चुकी है और हालात लगातार सुधर रहे हैं जिसके कारण आतंकवाद के शिकार हुए कश्मीरी  पंडितों का पुनर्वास करने के प्रयस भी तेज हो गये हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कार्यकाल में आज देश की सीमाएं सुरक्षित हैं।

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राज्यसभा के इतिहास में 32 वर्षो के बाद किसी दल की सदस्य संख्या 101 हो गयी है। एस समय था जब भाजपा को सरकार में रहते हुए भी अपने विधेयकों को पारित करनवाने के लिए विपक्ष का मुंह ताकना पड़ता था अैर जिसका वह लाभ उठाता रहता था। 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री भी बनने जा रहे हैं। 31 मई 2022 को भाजपा का वर्तमान कार्यकाल स्वतंत्रता के बाद गैर कांग्रेस सरकार के रूप में सबसे लंबा कार्यकाल बन जायेगा जोकि भाजपा की विकास यात्रा में एक सुनहरा पल होगा। एक दूरदर्शी राजनेता के रूप में प्रधानमंत्री मोदी के आने के बाद भाजपा का इतिहास कुछ अलग हो गया है। केंद्र में भले ही राजग का शासन हो लेकिन संख्याबल के आधार पर  भाजपा अकेले ही शासन करने में सक्षम हो गयी है क्योंकि जहां एक ओर 2014 में बीजेपी को 282 सीटें मिली थीं वहीं 2019 में यह संख्या 303 सीटों के साथ पुनः बढ़ गई। यह प्रधानमंत्री का करिश्माई नेतृत्व ही है जिसके कारण भाजपा नित नये कीर्तिमान बना रही है। आज भाजपा हर जगह मुख्य मुकाबले में आ रही है चाहे वह नगर निकाय के चुनाव हों या फिर विधानसभा और लोकसभा। 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के समक्ष विपक्ष के लगातार धराशयी होने के कई कारण हैं। आज जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आज सीधे जनता को मिल रहा है जिसने लाभार्थी मतदाता वर्ग खड़ा कर दिया है। उज्वला योजना, आवास योजना, शौचालय हर घर नल, आयुष्मान भारत सहित अन्यान्य योजनाओं ने जन सामान्य के जीवन को सकारात्मक रूप से स्पर्श किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश की राजनीति में एक नया व्याकरण लिख रहे हैं। भाजपा व देश के विकास का एक नया अध्याय लिख रहे हैं। आज मोदी जी महिलाओें, किसानों, युवाओं, छात्रों, मजदूरों, शोषितां, वंचितों आदि वर्गो को संबोधित कर रहे हैं और उसमें सभी जातियां और संप्रदाय समाहित हैं। एक समय था जब भाजपा को केवल शहरी पार्टी माना जाता था एक समय वह भी था जब यह कहा जाता था कि भाजपा केवल व्यापारियों का दल है लेकिन अब यह सभी मिथक पूरी तरह से टूट चुके हैं।

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अपनी विकास यात्रा के विभिन्न कालखंड में बीजेपी को कई बार संकटों का भी सामना करना पड़ा। जब भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी जी के नेतृत्व में रामरथ यात्रा निकाली गयी उस समय बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने उनकी गिरफ्तारी का आदेश जारी किया था जिसके बाद रथयात्रा रोकनी पड़ी थी। इसी प्रकार 6 दिसंबर को अयोध्या में बाबरी विध्वंस के बाद केंद्र की सरकार ने उप्र सहित चार राज्यों की भाजपा सरकारों को बर्खास्त कर दिया था। 


वर्तमान समय में भापजा एक सुदृढ़, सशक्त, समृद्ध, समर्थ व स्वावलम्बी भारत के निर्माण हेतु निरंतर सक्रिय है। प्रधानमीं नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के सपनों को धरातल में उतारने में दिन रात एक कर रही है। भाजपा ने दीनदयाल जी के एकात्म मानववाद को अपनाया है। अंत्योदय, सुशासन, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद, विकास एवं सुरक्षा पर ध्यान देते हुए भाजपा प्रगति के पथ पर अग्रसर है। 


- मृत्युंजय दीक्षित

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