By अनुराग गुप्ता | Jul 22, 2021
नयी दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर अभी पूरी तरह से समाप्त भी नहीं हुई है कि तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में सरकार तीसरी लहर से मुकाबले करने के लिए जरूरी व्यवस्था करने में जुटी हुई है। लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ युद्ध में 'वैक्सीन' सबसे अहम हथियार है। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार अपने कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को अपनी बारी आने पर वैक्सीन लेने की सलाह दे रहे हैं। तो वहीं दूसरी वैक्सीनेशन करा चुके लोगों के वैक्सीन सर्टिफिकेट में कुछ जानकारियां गलत हो गईं हैं। जिसकी वजह से वो परेशान है।
हाल के दिनों में वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की उपयोगिता बढ़ गई है। क्योंकि कई सारी दुकानें वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को दिखाने पर अतिरिक्त छूट दे रही हैं। इसके अलावा देश और विदेश में कई स्थानों पर जाने के लिए वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाना भी जरूरी है। ऐसे में वैक्सीन की डोट ले चुके लोग परेशान हैं। हालांकि अब उनकी इस समस्या का भी निवारण किया जा चुका है।
आपको बता दें कि वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की किसी भी गलती को अब सुधारा जा सकता है। पहले सर्टिफिकेट में गलत जानकारी को संशोधन करने की सुविधा नहीं थी। लेकिन अब कोविन वेबसाइट के जरिए इसे सही किया जा सकता है। कोविन वेबसाइट को स्क्राल करने पर रेज एन इश्यू नामक विकल्प दिखाई देगा। जहां पर 'गेट योर सर्टिफिकेट करेक्टेड' विकल्प पर क्लिक करना है और ऐसा करते ही आप नए पेज पर पहुंच जाएंगे। यहां पर आपको अपना रजिस्टर किया हुआ मोबाइल नंबर डालना है और फिर आपके मोबाइल फोन पर एक ओटीपी आएगा।ओटीपी डालने के बाद आप आगे बढ़ जाएंगे। ऐसा करने पर रजिस्टर किए हुए लोगों की जानकारी सामने दिखाई देगी। यहां ऊपर की तरफ रेज एन इश्यू नामक विकल्प पर क्लिक करने पर आपको सर्टिफिकेट में नाम, उम्र, लिंग और फोटो आईडी के विकल्प पर क्लिक करना है। सबसे अहम बात यह कि आप अपने सर्टिफिकेट को एक बार ही संशोधित कर सकते हैं। ऐसे में जानकारी भरते समय सही तरह से सभी विकल्पो को पढ़ लें और सही जानकारी भरें।आपके द्वारा सही जानकारी के भरने के 24 घंटे के भीतर वैक्सीन सर्टिफिकेट संशोधित हो जाएगा। इसके बाद आप कोविन वेबसाइट से इसे डाउनलोड कर सकते हैं। आपको बता दें कि वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट में अगर आपने किसी फ्रॉड के मकसद से जानकारी बदली है तो आप पर कार्रवाई भी हो सकती है।
कुछ वक्त पहले आरोग्य सेतु के ट्विटर हैंडल के जरिए भी इससे संबंधित जानकारी साझा की गई थी। आप ट्वीट में मौजूद फोटो को देखकर भी सर्टिफिकेट की जानकारी को सुधार सकते हैं।