नई दिल्ली। अगर आपको शादी और एगजाम में से किसी एक को चुनने के लिए कहा जाए तो आप किसको प्राथमिकता देंगे? ज्यादातर लोग आपको शादी को चुनने के लिए कहेंगे लेकिन UP के बिसरख में रह रहे इस पिता ने अपनी बेटी को अपनी शादी से पहले यूपी बोर्ड का एगजाम देने को कहा। हुआ कुछ ऐसा कि बिसरख में रहने वाले देवेंन्द्र भाटी की बेटी वर्षा की शादी भी उसी वक्त हुई जिस दिन यूपी बोर्ड के एगजाम होने थे। इस बात से चिंता में डूबी वर्षा के लिए किसी एक को चुनना काफी मुश्किल हो गया था। घरवालों ने सलाह दी की एगजाम छोड़ दे क्योंकि वो बाद में भी दिया जा सकता है। लेकिन वर्षा ऐसा नहीं चाहती थी और वह इसी वजह से काफी चिंता में आ गई थी।
एगजाम के डेट से पहले आ गयी थी शादी की डेट
पिता देवेंन्द्र भाटी जब पंडित के पास गए तो उन्होंने बेटी की शादी के लिए 2 मार्च का मुहर्त चुना। लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि इनकी बेटी के एगजाम भी उसी दिन पड़ जाएंगे। बस फिर क्या जब बेटी वर्षा स्कूल से एगजाम का टाइम टेबल लेकर लोटीं तब उन्हें इस बात का एहसास हुआ। घरवालों से बातचीत के दौरान कई लोगों ने देवेंन्द्र भाटी को यह सलाह दी कि एगजाम से ज्यादा शादी जरूरी है और बेटी को बोर्ड एगजाम न देने की सलाह दी।
एक जगह शादी का माहौल तो दूसरी जगह एगजाम का माहौल
धर्म संकट में फंसे पिता देवेंन्द्र भाटी ने अपनी बेटी वर्षा से पूछा तो जवाब में आया "पापा मुझे एगजाम देना" है। बस फिर क्या शादी के माहोल में पिता ने यह ठान लिया कि शादी हो न हो लेकिन बेटी एगजाम तो जरूर देगी। 2 मार्च को शादी के साथ-साथ एगजाम देना वर्षा के लिए काफी चुनौती भरा रहा। शादी वाले माहौल में भी पढ़ाई करना वर्षा के लिए काफी कठिन रहा लेकिन उसने पढ़ाई जारी रखी। हाथों में मेहंदी और हल्दी से चमक रही वर्षा का शादी के सिर्फ 4 घंटे पहले ही यूपी बोर्ड का एगजाम था। एक जगह सब बारात और दूल्हे का इंतजार कर रहे थे तो वहीं वर्षा का दिमाग एगजाम में पूछे सवालों पर था। घर से 5 किमी दूर सेंटर रोजा याकूबपुर में वर्षा ने अपना बोर्ड एगजाम दिया। शादी वाले माहौल में कम पढ़ाई करने के बाद भी वर्षा का एगजाम काफी अच्छा गया। एगजाम देने के बाद वर्षा की धूमधाम से शादी हुई और शाम 6 बजे करीब माइके से विदा हो गई।