वेंकैया नायडू का विदाई समारोह, PM मोदी बोले- विकास के प्रमुख पहलुओं पर दिखाई महारथ, हमें उनकी सलाह को बनाना चाहिए यादगार

FacebookTwitterWhatsapp

By अनुराग गुप्ता | Aug 08, 2022

वेंकैया नायडू का विदाई समारोह, PM मोदी बोले- विकास के प्रमुख पहलुओं पर दिखाई महारथ, हमें उनकी सलाह को बनाना चाहिए यादगार

नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संसद पुस्तकालय भवन में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के विदाई समारोह को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि 11 तारीख के बाद आप जरूर अनुभव करेंगे कि किसी न किसी वजह से आपके पास फोन आएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वेंकैया जी हर पल सक्रिय रहते हैं, हर पल हर किसी के बीच होते हैं, ये उनकी बड़ी विशेषता रही है।

इसे भी पढ़ें: सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने के बाद PM मोदी ने विपक्षी सदस्यों के साथ की बैठक, राजनाथ सिंह भी रहे मौजूद 

उन्होंने कहा कि जब मैंने अटल जी की सरकार के दौरान पार्टी के लिए काम किया तब वेंकैया जी कहा करते थे कि वे ग्रामीण विकास विभाग में काम करना चाहते हैं। उनमें इसके लिए जुनून था। उस वक्त मेरी और वेंकैया जी से काफी बात होती थी।

उन्होंने कहा कि अटल जी को वेंकैया जी की और भी जरूरतें थीं लेकिन उनका मन यह था ऐसे में अटल जी ने निर्णय लिया और उसे वेंकैया जी ने बखूबी निभाया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वेंकैया जी एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने ग्रामीण विकास मंत्रालय और शहरी विकास मंत्रालय भी देखा। उन्होंने एक प्रकार से विकास के प्रमुख दोनों पहलुओं पर महारथ दिखाई।

उन्होंने कहा कि वेंकैया नायडू ऐसे पहले उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापित हैं जो राज्यसभा के सदस्य भी रहें। अब जो लंबे समय तक राज्यसभा में रहे हो उनको सदन में क्या-क्या चलता है, पर्दे के पीछे क्या चलता है, कौन सा दल क्या करेगा ? इन सभी बातों का उनको भली भांति अंदाजा था।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वेंकैया नायडू पहले सभापति हो सकते थे जो जानते थे कि कैसे सदन को और अधिक सक्षम बनाना है और देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है, संसदीय समिति को और अधिक उत्पादक बनाना है। हमें उनकी सलाह को यादगार बनाना चाहिए।

इसे भी पढ़ें: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को Parliament में दी गई विदाई, PM मोदी समेत सांसदों ने कही यह अहम बात 

उन्होंने कहा कि वेंकैया जी का जीवन हम लोगों के लिए एक बहुत बड़ी विरासत है। उनके साथ जो कुछ भी हम लोगों ने सीखा है, उसको हम आगे बढ़ाएं। भाषा के प्रति उनका जो लगाव है और उन्होंने मातृ भाषा को जिस प्रकार से प्रतिष्ठित करने का प्रयास किया है, उसको आगे बढ़ाने के और भी प्रयास हुए हैं।

प्रमुख खबरें

MI vs CSK Highlights: मुंबई इंडियंस ने चेन्नई सुपर किंग्स को वानखेड़े में रौंदा, रोहित शर्मा ने खेली तूफानी पारी

मैं अब भी इंतजार कर रहा हूं... जेसन गिलेस्पी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की पोल खोली

जानें कौन आयुष म्हात्रे? 18 साल से भी कम की उम्र में किया आईपीएल में डेब्यू

IPL 2025: Virat Kohli ने रचा इतिहास, आईपीएल में किया अद्भुत कारनामा