नयी दिल्ली।
राज्यसभा के सभापति एम
वेंकैया नायडू ने मंगलवार को कहा कि लोकतंत्र के सिद्धांतों को बढ़ावा देने तथा उन्हें कायम रखने के मकसद से 15 सितंबर को दुनिया भर में
अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लोकतंत्र वह धागा है जो हमें एक साथ रखता है। नायडू ने सुबह उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर आज 15 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस होने का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि एक सार्वभौमिक मूल्य के रूप में लोकतंत्र, लोगों की अपनी राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक प्रणालियों तथा जीवन के सभी पहलुओं में अपनी पूर्ण भागीदारी निर्धारित करने की स्वतंत्र रूप से व्यक्त की गयी इच्छा पर आधारित है।
नायडू ने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र होने के नाते भारत में इस दिन का विशेष महत्व है। सभापति ने कहा ‘‘लोकतंत्र वह धागा है जो हमें एक साथ रखता है। यह विविधता में हमारी एकता का आधार है। इस बल से अपने देश को प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाने में मदद मिली है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरे लिए, लोकतंत्र हमारे संविधान का पर्याय बन गया है... नागरिकों को उनके समग्र विकास के लिए पर्याप्त रास्ते मुहैया कराते हुए हमारा संविधान यह भी सुनिश्चित करता है कि वे इस देश के विकास में सार्थक योगदान देने में सक्षम हों।