By अंकित सिंह | Jul 21, 2023
जोधपुर में दलित युवती से सामूहिक दुष्कर्म के मामले को लेकर राजनीति तेज हो गई है। भयानक सामूहिक बलात्कार के बाद तीन आरोपियों को महज दो घंटे में गिरफ्तार कर लिया गया था। भाजपा जबरदस्त तरीके से राज्य की कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमलावर है। हालांकि, गहलोत का दावा है कि उनकी सरकार के लिए महिलाओं की सुरक्षा से बढ़कर कुछ भी नहीं है। राजस्थान में इस साल विधानसभा के चुनाव है। यही कारण है कि वहां महिला सुरक्षा बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है।
राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की चुप्पी पर सवाल खड़े किए है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा अपराधिक घटनाएं राजस्थान में हुई हैं। 54 महीने में 10 लाख से अधिक घटनाएं हुई हैं। महिलाओं के साथ अत्याचार और दुष्कर्म के 2 लाख मुकदमें दर्ज़ कराए गए हैं। उन्होंने दावा किया कि दुष्कर्म की घटनाओं में राजस्थान नंबर वन प्रदेश बन गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र में महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाएं हो रही हैं लेकिन सब चुप हैं। उन्होंने कहा कि यहां तक कि छोटी लड़कियों को भी नहीं बख्शा जा रहा है। सरकार उन्हें सुरक्षित भी नहीं रख सकती। माता-पिता अपनी स्कूल जाने वाली बेटियों के लिए चिंतित हैं कि क्या वे सुरक्षित घर लौटेंगी। जिस राज्य में महिलाओं के सम्मान को सर्वोच्च सम्मान दिया जाता था उस राज्य में ये स्थिति है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार के लिए महिलाओं की सुरक्षा से बढ़कर कुछ भी नहीं है। गहलोत ने ट्वीट किया,‘‘हमारे लिए महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान से बढ़कर कुछ भी नहीं है।’’ जोधपुर में दलित युवती से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में राजस्थान पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की तुलना मणिपुर की एक घटना से करते हुए गहलोत ने लिखा,‘‘ जोधपुर में भयानक सामूहिक बलात्कार के बाद तीन आरोपियों को महज दो घंटे में गिरफ्तार कर लिया गया था। लेकिन भाजपा को मणिपुर की शर्मनाक घटना में सिर्फ एक आरोपी को पकड़ने में 77 दिन लग गए।’’ उन्होंने लिखा ‘‘अपराध पर जवाब देनेका समय- कांग्रेस का - दो घंटा, भाजपा का- 77 दिन।’’ इससे पहले गहलोत ने मणिपुर में जारी हिंसा पर दुख जताते हुए कहा कि इससे पूरा देश चिंतित है।