By अनुराग गुप्ता | Jul 08, 2021
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के कलकत्ता हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति कौशिक चंदा नंदीग्राम विधानसभा सीट से भाजपा के शुभेंदु अधिकारी के निर्वाचन को चुनौती देने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की याचिका पर सुनवाई से बुधवार को अलग हो गए। इसके साथ ही उन्होंने ममता बनर्जी पर 5 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है। इसी संबंध में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का बयान सामने आया है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस और उसकी नेता जिस तरह संवैधानिक संस्थाओं और मूल्यों की धज्जियां उड़ा रही हैं, अराजकता और उद्दंडता जिस तरह पराकाष्ठा पर है। इसे संवैधानिक संस्थाएं, समाज और पश्चिम बंगाल के लोग समझ रहे हैं।
गौरतलब है कि न्यायमूर्ति चंदा ने ममता बनर्जी की चुनाव संबंधी याचिका को अपनी अदालत से हटा दिया था। मामला अब किसी दूसरी पीठ को सौंपने के लिए कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजेश बिंदल को भेजा जाएगा।
न्यायमूर्ति चंदा के सुनवाई से अलग होने का अनुरोध करते हुए दावा किया गया था कि वह 2015 में भारत के अतिरिक्त सॉलिसीटर जनरल नियुक्त किए जाने तक भाजपा के सक्रिय सदस्य थे और चूंकि भाजपा के एक उम्मीदवार के निर्वाचन को चुनौती दी गई है, इसलिए फैसले में पूर्वाग्रह होने की आशंका है।