उत्तराखंड के रामनगर में मंगलवार से होने वाली जी—20 बैठक के लिए कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान के प्रवेशद्वार के रूप में विख्यात यह शहर पूरी तरह से तैयार है। बैठक के लिए यहां की दीवारें खूबसूरत पेंटिंग से सजा दी गयी हैं। दीवारों पर की गई इस चित्रकारी में विदेशी मेहमानों को उत्तराखंड की झलक देखने को मिलेगी। जी-20 देशों के मुख्य विज्ञान सलाहकारों की गोलमेज बैठक में आने वाले मेहमानों को उत्तराखंड के कलाकार कुमाऊंनी और गढ़वाली लोकनृत्य के माध्यम से भी राज्य की जीवन शैली और सांस्कृतिक धरोहर से भी रूबरू कराएंगे।
दीवारों पर चित्र उकेरने की जिम्मेदारी फाइन आर्ट में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित उत्तराखंड की पहली दृश्यकला कलाकार महिला कुसुम पांडे ने संभाली है। पांडे और उनकी टीम ने 28 मार्च से 30 मार्च तक होने वाली जी—20 की तीन दिवसीय बैठक को लेकर दीवारों पर उत्तराखंड की संस्कृति को उतार दिया है। तस्वीरों में उत्तराखंड की संस्कृति, रहन-सहन के अलावा प्रदेश के वाद्य यंत्रों को भी दर्शाया गया है। पांडे की टीम ने कला के जरिये दीवारों को जीवंत कर दिया है जो बिना कहे उत्तराखंड की खूबसूरती बयां कर रही हैं।
पांडे ने कहा, ‘‘इन पेंटिंग के माध्यम से यहां आने वाले मेहमानों को उत्तराखंड के गढ़वाल से लेकर कुमाउ तक हर क्षेत्र की संस्कृति के दर्शन होंगे।’’ इस बीच, नैनीतााल के जिलाधिकारी धीरज सिंह गर्ब्याल व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट ने तैयारियों तथा सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इससे पहले, पूर्व केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने भी रविवार को यहां जी—20 की बैठक की तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण किया था और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे।
भट्ट ने पीटीआई को बताया कि बैठक में भारत छह बिंदुओं पर प्राथमिकता से चर्चा करेगा जिनमें पहला— हरित, विकास, जलवायु, वित्त और जीवन, दूसरा— त्वरित समावेशी और लचीला विकास, तीसरा— सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) पर प्रगति में तेजी लाना, चौथा— तकनीकी परिवर्तन और डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, पांचवा—21वीं सदी के लिए बहुपक्षीय संस्थान तथा छठा— महिलाओं के नेतृत्व में विकास शामिल हैं।