By अनुराग गुप्ता | Jan 12, 2022
देहरादून। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव का बिगुत बज चुका है और राजनीतिक पार्टियों ने भी कमर कस ली है। माना जा रहा है कि उत्तराखंड में इस बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीट मुकाबला देखने को मिलेगा। हालांकि, अभी कुछ कहां नहीं जा सकता है क्योंकि लगातार समीकरण बदल रहे हैं। आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी ने महीनों पहले ही मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार की घोषणा कर दी थी। ऐसे में पार्टी ने विधानसभा उम्मीदवारों की दो लिस्ट भी जारी कर दी है। 70 सीटों वाले राज्य के लिए आम आदमी पार्टी ने 42 नामों की घोषणा कर दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आम आदमी पार्टी का दावा है कि उन्होंने सर्वे के आधार पर ही उम्मीदवारों का चयन किया है। कर्नट अजय कोठियाल मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं और उनकी सेना को मजबूत करने के लिए पार्टी ने 42 नामों की घोषणा कर दी है। जिसमें डॉक्टर्स, इंजीनियर्स, शिक्षक इत्यादि लोग शामिल हैं।
ऐसे हुआ उम्मीदवारों का चयनपार्टी का दावा है कि उन्होंने हर विधानसभा क्षेत्र से दावेदारों का बायोडेटा मंगवाया और फिर उनका बारीकी से अध्ययन किया गया। इतना ही नहीं पार्टी ने सभी दावेदारों का सर्वे भी कराया है। इसके बाद ही पढ़े-लिखे लोगों को आम आदमी पार्टी ने टिकट दिया है।हमें प्रदेशवासी दें मौकाआम आदमी पार्टी नेता और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उत्तराखंड की जनता से अपील की थी कि आगामी चुनाव को अपना जीवन बदलने और वर्षों से चली आ रही प्रदेश की समस्याओं को दूर करने के एक मौके के रूप में देखें। उन्होंने कहा कि अपने अस्तित्व के 21 सालों में उत्तराखंड वे उद्देश्य हासिल करने में विफल रहा है जिसके लिए उसका निर्माण हुआ था। भाजपा और कांग्रेस बारी-बारी से प्रदेश की सत्ता संभालते रहे हैं लेकिन उन्होंने प्रदेश के विकास के लिए कुछ नहीं किया जो उसके बनने के पीछे मुख्य उददेश्य था।उन्होंने प्रदेशवासियों से कहा था कि वे कांग्रेस और भाजपा के बीच दो दशक से चल रहे सत्ता की म्यूजिकल चेयर का खेल बंद करें और उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल को विकास के दिल्ली मॉडल को लागू करने का मौका दें। अगर आप अच्छे स्कूल और अस्पताल, अपने खेतों में फसलें और पहाड़ों में खाली पडे़ गांवों को पुन: बसाना चाहते हैं तो हमें मौका दें।