By अंकित सिंह | Apr 29, 2024
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर बड़ा वार करते हुए इसे ‘दुनिया का सबसे खतरनाक परिवार’ करार दिया। अखिलेश ने साफ तौर पर कहा कि आरक्षण खत्म करने का मंसूबा रखने वाला यह परिवार अब चुनाव में वोट के लिये आरक्षण नहीं समाप्त करने की बात कर रहा है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि बीजेपी भारत का ही नहीं दुनिया का सबसे खतरनाक परिवार है, इनके साथ एक सबसे खतरनाक परिवार है जो आरक्षण खत्म करना चाहता था, अब वोट चाहिए तो कह रहे आरक्षण खत्म नहीं होगा। मैं पूछना चाहता हूं अगर सरकार की बड़ी कंपनियां बिक जाएंगी तो क्या उनमें आरक्षण होगा?
सपा नेता ने कहा कि इस बार हम लोगों ने तय कर लिया है कि भाजपा वालों की बैंड बाजे से विदाई करेंगे। ये 14 में आए थे 24 में चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि यही संविधान है जो हमें हक, अधिकार दिलाता है। संविधान ही हमारी संजीवनी है। संविधान बचाने के लिए एक एक वोट समाजवादी पार्टी के पक्ष में डालने का काम करना। अपना वार करते हुए उन्होंने कहा कि आज रेजांगला का मेमोरियल तोड़ दिया गया है, चीन ने आपकी जमीन कब्जा कर ली है, चीन आपके शहरों के, गांवो के नाम बदल रहा है और जनता को आप क्या दिखा रहे हैं? उन्होंने कहा कि मैं PDA के लोगों से कहूंगा कि भारतीय जनता पार्टी को हटाओ, क्योंकि PDA परिवार जीतेगा, और PDA ही संविधान बचाएगा, संविधान बचेगा तो लोकतंत्र बचेगा।
यादव ने एटा में आयोजित एक चुनावी जनसभा में कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एक ‘बड़ी साजिश’ के तहत हर क्षेत्र को निजी हाथों में बेचकर आरक्षण को खत्म करना चाहती है मगर समाजवादी लोग उसे कामयाब नहीं होने देंगे। उन्होंने संघ परिवार पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए किसी का नाम लिये बगैर कहा, ‘‘इन्हें (भाजपा को) हमारे-आपके परिवार की तो चिंता है लेकिन उनके साथ दुनिया का सबसे खतरनाक परिवार है जो आरक्षण खत्म करना चाहता था। अब वोट चाहिए, तो कह रहे हैं कि आरक्षण खत्म नहीं होगा।’’
माना जा रहा है कि सपा अध्यक्ष का इशारा संघ प्रमुख मोहन भागवत के रविवार के उस बयान की तरफ था जिसमें उन्होंने कहा था कि संघ ने हमेशा संविधान के अनुसार आरक्षण का समर्थन किया है और संगठन ‘भेदभाव व्याप्त रहने तक आरक्षण लागू रखने की वकालत करता है। यादव ने कहा, ‘‘मैं पूछना चाहता हूं कि अगर भारत सरकार की बड़ी-बड़ी कंपनियां निजी हाथों में बिक जाएंगी तो आरक्षण कहां मिलेगा? इस सरकार ने हवाई जहाज और हवाई अड्डे बेच दिये, जिनमें लाखों लोगों को नौकरी मिलती थी... बताओ क्या वहां आरक्षण लागू होगा? अगर रेल बिक जाएगी तो क्या वहां आरक्षण होगा? अस्पताल में जो ‘आउटसोर्स’ पर नौकरी दी जा रही है, क्या उसमें आरक्षण होगा? संविदा पर दी जाने वाली नौकरी में क्या आरक्षण होगा?’’