By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 13, 2018
वाशिंगटन। अमेरिका में चीन की बढती जासूसी गतिविधियों पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए देश के शीर्ष सीनेटरों ने ट्रंप प्रशासन से कहा कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर रही इस समस्या से निपटे। चीन की जासूसी गतिविधियों पर संसदीय सुनवाई के दौरान सीनेटर टेड क्रूज ने कहा, ‘‘मुझे इससे बहुत चिंता हो रही है कि चीन की पहुंच अमेरिका की गोपनीय सूचनाओं तक हो रही है। वह गैर-परंपरागत तरीकों का प्रयोग कर हमारे सभी सहयोगियों के खिलाफ जासूसी कर रहा है।’’ सीनेट की न्यायिक समिति की सुनवाई के दौरान क्रूज ने कहा कि उन्होंने चीन की जासूसी गतिविधियों से उत्पन्न चुनौतियों का सामना कर रहे टेक्सास के बड़े अनुसंधान संस्थान के नेतृत्व से इस संबंध में कई बार चर्चा की है।
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उन्होंने कहा कि खास तौर से चीन के ऐसे नागरिक जिन्हें चीनी सरकार धन देती है और वह संस्थान में महत्वपूर्ण तथा संवेदनशील अनुसंधान परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं। अचानक हमें एहसास होता है कि हमारा काम अभी बीच में ही है, लेकिन तभी चीन ने उसे पेटेंट कराने के लिए आवेदन दे दिया है वह अमेरिकी कार्यों को अपने नाम पर पेटेंट करा रहा है।
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समिति के समक्ष उपस्थित सरकारी अधिकारियों से क्रूज ने पूछा, ‘‘यह समस्या कितनी बड़ी है, औद्योगिक जासूसी का क्या खतरा है... ऐसे चीनी नागरिकों द्वारा बौद्धिक संपदा की चोरी जो यहां अमेरिका में काम करते हैं। हम इस संबंध में क्या करने वाले हैं। हमें इस बारे में क्या करना चाहिए?’’।
सीनेटर चक ग्रेस्ले का मानना है कि पूरी दुनिया में हो रही बौद्धिक संपदा की चोरी में 50 से 80 प्रतिशत के लिए चीन जिम्मेदार है। साथ ही अमेरिका में इंटरनेट के माध्यम से होने वाली 90 प्रतिशत आर्थिक जासूसी के लिए भी चीन ही जिम्मेदार है।